रेलवे की बड़ी लापरवाही: यात्री को दे डाला 1000 साल बाद का टिकट

punjabkesari.in Wednesday, Jun 13, 2018 - 06:04 PM (IST)

सहारनपुरः सहारनपुर में भारतीय रेलवे का एक और नया कारनामा सामने आया है।  जिसमें रेलवे ने आरक्षण काउंटर से एक यात्री को एक हजार साल आगे का टिकट दे दिया। इतना ही नहीं चेकिंग के दौरान फर्जी टिकट बताते हुए उसे टीटीई ने बीच रास्ते में ही उतार दिया और जुर्माना लगाने की बात कह दी।

 यहां प्रदुमन नगर निवासी रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. विष्णु कांत शुक्ला की मानें तो उन्हें नवंबर 2013 में किसी कारणवश जौनपुर जाना था। जिसके लिए उन्होंने नवंबर 2013 में आरक्षण खिड़की से हिमगिरी एक्सप्रेस का थ्री टियर एसी टिकट कराया था, लेकिन चेकिंग के दौरान स्टाफ ने जब उनके टिकट को चेक किया तो उस पर 19 नवंबर 3013 देखकर उसे गलत बता दिया और मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर प्रोफेसर को नीचे उतार दिया।

हालांकि उन्होंने इसकी शिकायत रेलवे में जब कि तो उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बात को लेकर उन्होंने उत्तर रेलवे जीएम, डीआरएम अंबाला व स्टेशन अधीक्षक को पार्टी बनाते हुए उपभोक्ता फोरम में रेलवे को चुनौती दे डाली। इसके बाद 5 साल लंबे संघर्ष के बाद रेलवे को मुंह की खानी पड़ी और उपभोक्ता फोरम ने रेलवे के खिलाफ फैसला सुनाते हुए यात्री को ब्याज सहित टिकट के पैसे लौटाए। दस हज़ार बतौर मानसिक क्षति और तीन हज़ार वाद-व्यय देने के आदेश दिए। पक्ष में फैसला आने पर प्रोफेसर और उनके वकील ने बताया की अगर आप अपनी जगह सही हैं तो कहीं कोई समस्या नहीं आती। 

Ruby