राजेंद्र प्रसाद ने सर्व सेवा संघ की नींव रखी...अब बुलडोजर ढहाने पहुंचा: कैंपस को कब्जा मुक्त कराने पर कार्यकर्ताओं की  पुलिस से नोकझोंक

punjabkesari.in Saturday, Jul 22, 2023 - 10:02 PM (IST)

Varanasi News, (विपिन मिश्रा): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के राजघाट इलाके में स्थित विनोबा भावे और जेपी की तपोस्थली पर आज पुलिस प्रशासन के साथ वहां के लोगों की उस समय नोकझोंक और हंगामा हुआ जब सर्व सेवा संघ की जमीन को खाली कराया जाने लगा।

दरअसल, वाराणसी के जिस सर्व सेवा संघ की जमीन पर पिछले कई दशकों से कब्जा था उसपर उत्तर रेलवे ने दावा कर दिया है। जिसको लेकर सर्व सेवा संघ ने स्थानीय अदालत, हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया लेकिन बात नहीं बनी। जिसके बाद शनिवार को रेलवे पुलिस, स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर सर्व सेवा संघ से भूमि को खाली कराने की कार्रवाई में जुट गई। इस दौरान सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष सहित 8 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई।

बता दें कि देश के प्रमुख आंदोलनों की दशा-दिशा तैयार करने वाले वाराणसी के राजघाट स्थित उस सर्व सेवा संघ के अस्तित्व अब खत्म होता नजर आ रहा है, जिसकी नींव खुद विनोबा भावे ने रखी थी। लेकिन अब वाराणसी के सर्व सेवा संघ का वजूद खत्म हो रहा है। क्योंकि उत्तर रेलवे ने सर्व सेवा संघ की पूरी 12.9 एकड़ की भूमि पर दावा करते हुए खाली कराने का नोटिस चस्पा कर दिया था। जिसमें राहत के लिए सर्व सेवा संघ ने जिला न्यायालय से लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक का भी दरवाजा खटखटाया, लेकिन कहीं भी राहत नहीं मिली। इसी कड़ी में आज शनिवार को जब मौके पर रेलवे पुलिस, अधिकारी और वाराणसी पुलिस-प्रशासन पहुंची तो सत्याग्रह कर रहें सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदन पाल, उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष राम धीरज सहित 8 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई। उनका कहना था कि बुलडोजर के आगे लेट जाएंगे लेकिन गांधी और जेपी की विरासत गिरने नहीं देंगे। इसके अलावा कैंपस में जाने को लेकर पहुंची महिलाओं और पुलिस की जमकर नोकझोंक भी हुई, लेकिन किसी की एक नहीं चली।

सर्व सेवा संघ वाराणसी के प्रकाशन विभाग के अध्यक्ष अरविंद अंजुम ने बताया कि एक सुनियोजित साजिश के तहत पूरे परिसर को हड़पने की साजिश हुई है और यह कोशिश परवान चढ़ते आज देखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि विनोबा भावे ने तत्कालीन रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री से आग्रह किया था। जिसपर नार्दन रेलवे की जमीन को सर्व सेवा संघ ने 1960, 1961 एवं 1970 में खरीदा। उन्होंने बताया कि उनके यहां से गांधी, विनोबा, जयप्रकाश, धीरेंद्र मजुमदार जी की पुस्तकें प्रकाशित होती है और वितरित होती है। उन्होंने आगे बताया कि उनकी जमीन को हड़पकर सरकार इंटर मॉडल रेलवे स्टेशन डेवलमेंट प्लान पर काम चल रहा है और उनको बेदखल किया जा रहा है। महापुरुषों की तपोस्थली पर सरकार मॉल और प्लाजा बनाना चाहती है। उन्होंने आगे बताया कि वे सत्याग्रह और कानूनी लड़ाई दोनों लड़ेंगे।

वहीं मौके पर मौजूद वाराणसी सदर तहसील के तहसीलदार योगेंद्र सिंह ने कुछ भी कहने से मना कर दिया। मालूम हो कि आंदोलन की शुरूआत में खुद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सर्व सेवा संघ को बचाने के लिए अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट तक किया था। जिसके बाद कांग्रेस सहित कई राजनैतिक दल सक्रिय भी हुए थें। लेकिन आज पुलिस प्रशासन की ओर से चली बेदखली की कार्रवाई में किसी की एक भी नहीं चली।

 

Content Writer

Mamta Yadav