राम लला के वकील का दावा: बाबरी मस्जिद के नीचे विशाल संरचना के साक्ष्य संदेह से परे

punjabkesari.in Friday, Oct 04, 2019 - 11:59 AM (IST)

नई दिल्ली: राम लला विराजमान की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सीएम वैद्यनाथन ने वृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि अयोध्या में ध्वस्त की गई बाबरी मस्जिद के नीचे ‘विशाल संरचना’ की मौजूदगी के बारे में साक्ष्य संदेह से परे है और वहां खुदाई से निकले अवशेषों से यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि वहां मंदिर था। 

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 सदस्यीय संविधान पीठ के समझ वैद्यनाथन ने कहा कि मुस्लिम पक्षकारों की यह दलील सही नही है कि विवादित ढांचे के नीचे बना ढांचा ईदगाह की दीवार या इस्लामिक संरचना है। वहीं हिंदू पक्षकारों ने पीठ को कई फोटोग्राफ सौंपे ताकि यह साबित किया जा सके कि विवादित ढांचे की बुनियाद पिल्लर आधारित रखी गई है। 

मुस्लिम पक्षकारों के अलग-एलग दावों पर जताई आपत्ति
वैद्यनाथन ने मुस्लिम पक्षकारों की दलीलों के जवाब में कहा कि पहले उनका दावा था कि वहां कोई संरचना ही नहीं थी। बाद में उन्होंने कहा कि यह इस्लामिक ढांचा या ईदगाह की एक दीवार थी। हम कहते हैं कि वह मंदिर था जिसे ध्वस्त किया गया और खुदाई के दौरान मिले स्तंभों के आधार इसकी पुष्टि करते हैं। 

उन्होंने कहा कि यह किसी भी संदेह से परे साक्ष्य है कि इसके नीचे एक संरचना थी। मुस्लिम पक्षकारों की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार मंदिर ध्वस्त किए जाने के बारे में कोई निष्चित साक्ष्य या तथ्य नही है। वैद्यनाथन ने कहा कि हिंदू पक्षकारों का यही मामला है कि खुदाई में मिले अवशेषों, घेराकार मंदिर, स्तंभों के आधार, एक-दूसरे से मिलती दीवारें और अन्य सामग्री से यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि वहां एक मंदिर था। 
 

Ajay kumar