अयोध्या के इस मंदिर में कुछ ऐसे मनाई जा रही रामनवमी, भक्तों में गजब का उत्साह
punjabkesari.in Sunday, Mar 25, 2018 - 11:46 AM (IST)
अयोध्या: उत्तर प्रदेश में श्रीराम की नगरी अयोध्या सुबह से ही ‘भये प्रकट कृपाला, दीनदयाला’ जैसी चौपाइयों और गीतों से गूंज उठा है। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार चैत्र रामनवमी को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्म अयोध्या में हुआ था। इसी उपलक्ष्य में इस नवमी को रामनवमी के रूप में जाना जाता है। रामनवमी के लिए हर वर्ष देश के कोने-कोने से यहां कई लाख श्रद्धालु पहुंचते हैं जो भोर से ही सरयू स्नान कर विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना शुरू कर देते हैं। दोपहर 12 बजे के पूर्व इस क्रम में थोड़ी देर के लिए ठहराव आता है, क्योंकि इस समय भगवान श्रीराम की प्रतीकात्मक जन्म की तैयारी शुरू हो जाती है। श्रद्धालु यह भी विहंगम दृश्य देखने के लिए मंदिरों में शरण लेते हैं। 12 बजते ही लगभग पूरी अयोध्या में एक खास समा बंध जाता है।
अयोध्या में प्रसिद्ध कनक भवन मंदिर में भगवान श्रीराम का जन्म मनाया जाता है और मंदिर में बधाई और सोहर गीतों के सुर गूंजने लगते हैं। इस अवसर पर दूर-दराज से आए किन्नर भी भगवान श्रीराम के जन्म पर सोहर गीत गाते हैं और खूब धूमधाम से नाचते हैं। वैसे तो अयोध्या के रामजानकी महल ट्रस्ट सहित विभिन्न मंदिरों में भगवान राम का जन्म मनाया जाता है परन्तु कनक भवन में कुछ दृश्य अजीबो-गरीब होते हैं।
इस बीच जिलाधिकारी डा. अनिल कुमार पाठक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष सिंह बघेल ने बताया कि अयोध्या में चल रहे रामनवमी मेले का निरीक्षण करते हुए सरयू घाटों, नागेश्वरनाथ मंदिर, प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर, विवादित श्रीरामजन्मभूमि सहित पूरे अयोध्या में बड़ी बारीकी से सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया।उन्होंने बताया कि मेले में बढ़ती भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए विशेष इंतजाम है। मेले में अराजक तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा रिकवरी वैन, बम निरोधक तथा आंसू गैस दस्तों की भी समुचित व्यवस्था की गई है।
मेले के दौरान विवादित श्रीरामजन्मभूमि की सुरक्षा व्यवस्था भी और कड़ी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रसिद्ध कनक भवन मंदिर, हनुमानगढ़ी मंदिर, नागेश्वरनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। अपर जिलाधिकारी नगर मेलाधिकारी विंध्यवासिनी राय एवं पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह सिसौदिया नगर ने बताया कि मेले में आधुनिक तकनीकी अपनाते हुए सम्पूर्ण क्षेत्र को क्लोज सर्किट टीवी से जोड़ा गया है जिससे मेले में एक ही स्थान पर नियंत्रित एवं सतर्क निगाहें रखी जाए और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल कार्रवाई हो सके।
उन्होंने बताया कि मेले में खोया-पाया कैम्प लगाया गया है ताकि खोए हुए श्रद्धालुओं को आपस में मिलाया जा सके। मेले के दौरान सरयू के किनारे कच्चा-घाट, पक्का घाट, नए घाट पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मेले में 600 से ज्यादा सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है और सैकड़ों अस्थायी शौचालय भी बनवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पेयजल के लिए विभिन्न जगहों पर हैंडपम्प ठीक कराए गए हैं और अलग से नगर निगम द्वारा टैंकर की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि अयोध्या नगर निगम के द्वारा अयोध्या में जर्जर मकानों को भी चिन्हित किया गया है जिससे श्रद्धालु ऐसे भवन एवं धर्मशाला मंदिर में न रुक सकें।