दलित किशोरी का अपहरण कर 51 दिनों तक रेप, शिकायत करने पर पुलिस ने पीड़ितों को दुत्कार कर भगाया

punjabkesari.in Tuesday, Jul 23, 2019 - 12:54 PM (IST)

बांदा: महिलाओं के सम्मान को लेकर सत्ता पर काबिज हुई योगी सरकार नाकाम साबित हो रही है। प्रदेश का कोई भी जिला नहीं है जहां आए दिन रेप, गैंगरेप, हत्या, लूट आदि की खबरें न घटित हों। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के गोंडा जिले से सामने आया है। जहां एक दलित किशोरी का अपहरण कर लागतार 51 दिनों तक बलात्कार हुआ है। जानकारी होने पर लड़की के परिजन उसे पंजाब प्रांत के लुधियाना से छुड़ाकर लाए। यहाँ आने के बाद किशोरी द्वारा पुलिस को तहरीर दी गई। जिस पर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

आपको बता दें कि शर्मसार कर देने वाली घटना तिंदवारी थाना क्षेत्र की है। जहां लघुशंका के लिए घर से बाहर निकली किशोरी का अपहरण पड़ोस के गांव के रहने वाले युवक ने कर लिया। आरोपी युवक ने युवती को बेहोशी की दवा पिलाकर उसे 51 दिनों तक बंधक बनाकर उससे लगातार बलात्कार करता रहा। इतना ही आरोपी ने नाबालिक के विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की।

पुलिस ने पीड़ितों को थाने से भगाया
अपहरण के तुरंत बाद लड़की के परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस से की लेकिन पुलिस की कान में जू तक नहीं रेंगी। इतना ही नहीं पुलिस ने पीड़ितों की मदद के बजाए खूब खरी खोटी सुनाई और थाने से भगा दिया। 

लुधियाना से बरामद हुई युवती
हताश परिजन ने अपने स्तर से लड़की की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान जानकारी मिली की युवती पंजाब के लुधियाना शहर के पास है।आनन फानन में परिजन तुरंत वहाँ पहुंचे और किशोरी को बरामद कर लिया। वहाँ से बाँदा आने के बाद नाबालिक ने पुलिस को तहरीर दी जिस पर पुलिस ने अभियुक्त पर पॉक्सो और बलात्कार का मुकदमा दर्जकर जेल भेज दिया। 

महिला सुरक्षा मामले में लगातार नाकाम साबित हो रही बांदा पुलिस 
देखने वाली बात ये है कि जब पुलिस को परिजनों ने तुरंत सूचना दी तब पुलिस ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। बता दें कि बाँदा पुलिस इन दिनों अपनी कार्यप्रणाली और लापरवाही के चलते चर्चा में बनी हुई है। चाहे दरोगा को पैसा लेते हुए वीडियो वायरल होना हो या फिर दरोगा द्वारा युवती से ज्यादती करना। पुलिस के आला अधिकारी भी अपने मुलाजिमों पर शिकंजा कसने में नाकाम साबित हो रहे हैं।

Ajay kumar