यूपी पुलिस का शर्मनाक चेहरा: दो नाबालिग बहनों से दुष्कर्म, कोर्ट की फटकार पर मामला दर्ज
punjabkesari.in Saturday, Nov 19, 2022 - 01:19 PM (IST)
हरदोईः यूपी पुलिस अपने कारनामों को लेकर लगातार सुर्खियों में रहती है। ऐसे में एक बार फिर यूपी पुलिस की शर्मनाक करतूत सामने आई है। जहां तीन पुलिसकर्मियों ने दो नाबालिग दलित बहनों के साथ दुराचार किया। न्याय के लिए पूरा परिवार दर-दर की ठोकरें खाता रहा, लेकिन यूपी पुलिस अपने पुलिसकर्मियों को बचाने में जुटी रही। इसके बाद पीड़ित परिवार ने जाकर कोर्ट का दरवाजा खटकाया, जहां अनको न्याय मिलने की उम्मीद मिली।
वहीं, एसपी को कोर्ट फटकार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया। जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। दो आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि एक आरोपी सब-इंस्पेक्टर संजय सिंह अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है, जिसके विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया है।
वहीं, पीड़ित परिवार ने दायर याचिका में कहा कि हरदोई के पिहानी थाना क्षेत्र में चौकी जहानीखेड़ा अंतर्गत किराए की जमीन पर वह ढाबा चलाता है। वहीं, पास ही की जहानीखेड़ा चौकी का इंचार्ज संजय सिंह, सिपाही मनोज सिंह और सिपाही प्रियांशु ढाबे पर आते रहते थे। इसी दौरान वह ढाबे पर आकर उनकी बेटियों के साथ गंदी हरकत करते थे। एफआईआर में पीड़ितों ने बताया कि घटना वाले दिन तीनों अभियुक्त ढाबे पर आए और शराब परोसने के लिए नाबालिग बहनों को बुलाया। वहीं जब परिजनों द्वारा इस बात का विरोध किया गया तो तीनों ने मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद दोनों नाबालिग बहनों को उठाकर ढाबे के पीछे ले गए और वहां उनके साथ दुराचार किया। इतना ही नहीं जब पीड़ित परिवार ने इस बात की शिकायत डीएम व एसपी से की तो उन्होंने एफआईआर दर्ज नहीं की। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
बता दें कि घटना 14 अप्रैल 2022 की है। वही, कोर्ट के आदेश के बाद 21 अगस्त को हरदोई पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन पॉक्सो नहीं लगाया था। मामला दर्ज होने के बाद भी काफी समय तक अभियुक्त पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार नहीं किया गया था। इसके बाद 15 नवंबर को याचिका की सुनवाई करते हुए न्यायालय ने एसपी और सीओ को तलब कर लिया और जमकर फटकार लगाई। जिसके बाद दो अभियुक्तों की गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, सब-इंस्पेक्टर संजय सिंह अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। वहीं, शुक्रवार को पुनः सुनवाई के दौरान इस बात की जानकारी दी गई।