रेप पीड़िता न्याय के लिए खाती रही ठोकरें, सीमा विवाद में फंसी 3 थानों की पुलिस ने नहीं किया मामला दर

punjabkesari.in Friday, Jun 22, 2018 - 11:45 AM (IST)

वाराणसीः पुलिस थानों के सीमा विवादों को सुलझाने के कई सारे प्रयास किए गए, लेकिन अभी भी ये विवाद सुलझ नहीं रहे हैं। यहीं कारण है कि सिस्टम से न्याय की आस लगाए बैठे लोगों का भरोसा भी अब इस निर्दयी हो चले सिस्टम से उठता जा रहा है। लोगों को लगने लगा है कि न्याय तो दूर उनकी बात तक सिस्टम नहीं सुन रहा। आज का मामला भी इसी प्रकार का है। 

दरअसल पूरा मामला वाराणसी के भेलूपुर क्षेत्र के महमूरजंग इलाके का है। यहां नाबालिक रेप पीड़िता को न्याय के लिए डेढ़ महीनों से थाने के चक्कर काटने पड़े। सीमा विवाद को लेकर थाने अपना-अपना पल्ला झाड़ते रहे और पीड़िता दर दर की ठोकरें खाती रही। 

घटना बीती 8 मई की है। यहां की रहने वाली नाबालिक छात्रा को स्कूल जाते वक्त लक्सा थाने के जद्दूमंडी के रहने वाले कुछ युवक परेशान करते थे। कुछ दिन यूूं ही चलता रहा और एक दिन युवकों ने छात्रा को स्कूल जाते समय अॉटों से अगवा कर लिया। जिसे शहर के लोहता इलाके में सुनसान जगह ले गए।

यहां आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। इस घटना के बाद पीड़िता किसी तरह वहां से निकल पाई और परिजनों को इसकी जानकारी दी। पीड़िता के परिजन न्याय पाने के लिए थाने गए, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बजाए पीड़िता को अलग क्षेत्र का बताकर दूसरे थाने भेज दिया। 

पीड़िता और उसकी मां लगभग डेढ़ महीने से शहर के भेलूपुर, लक्सा और सिगरा थाने के चक्कर काटती रही, लेकिन योगी सरकार की पुलिस के कानों पर जूं तक नही रेंगी। वहीं जब यह मामला मीडिया के सामने आया तो प्रशासन ने तुरंत भेलूपुर थाने में  मामला दर्ज किया। 

फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। इस बारे में सीईओ भेलूपुर अयोध्या प्रसाद का कहना है कि पीड़िता के आरोपों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उसका मेडिकल कराया जा रहा है। एक युवक को नामजद किया गया है जबकि तीन अज्ञात हैं मामले की जांच जारी है। जबकि एफआईआर लिखने में लगभग डेढ महीने का वक्त लग जाने पर सीओ का कहना था कि उनके संज्ञान में मामला अभी आया, इसलिए अभी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

Ruby