न्याय ना मिलने पर रेप पीड़िता ने दी आत्महत्या की धमकी, पुलिस ने घर में किया कैद

punjabkesari.in Monday, May 07, 2018 - 05:44 PM (IST)

कानपुरः यूं तो यूपी पुलिस महिला की सुरक्षा और कानून के लाख दावे करती है, लेकिन आए दिन रेप, गैंगरेप के मामले उजागर होने से सरकार के सारे वादे खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं। वहीं पुलिस भी इन मामलों में शालीनता बरत के सरकार के दावों को पलीता लगाने में पीछे नहीं हट रही। ताजा मामला भी इसी प्रकार का है। 

दरअसल मामला कानपुर के काकादेव स्थित शास्त्री नगर मोहल्ले का है। यहां की एक महिला ने बताया कि अप्रैल 2017 को आदित्य सैनी रुड़की उत्तराखंड निवासी का फोन आया था, जोकि उसका दूर का रिश्तेदार है। उसने फोन पर उसको धमकी देते हुए कहा कि तुम्हारी कुछ निजी वीडियो मेरे पास हैं अगर तुम मुझसे मिलने नहीं आई तो मै उस वीडियो को वायरल कर दूंगा। जिसके बाद महिला देर शाम आदित्य से बिठूर स्थित साई मंदिर के पास मिलने गई। महिला की मानें तो वह जब वहां पहुंची तो उसने उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया। गाड़ी में पहले से 2 अज्ञात युवक और एक महिला शामिल थे। आरोप है कि गाड़ी में मौजूद सभी लोगों ने उसके साथ सामुहिक बलात्कार किया।

इस घटना के बाद पीड़िता न्याय पाने के लिए बिठूर थाने में गई। यहां उसने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया, लेकिन 1 साल से भी अधिक का समय बीते जाने पर भी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। न्याय ना मिलने और आरोपियों के खुल्लेआम घूमने से आहत हुई पीड़िता ने पुलिस को आत्महत्या की धमकी दे दी। महिला का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई करने की जगह उसे ही घर में कैद कर दिया है और सुरक्षा के नाम पर 4-5 पुलिसकर्मियों को घर के बाहर लगा दिया है। 

वहीं इस मामले पर सीओ स्वरूप नगर अभय नरायन राव का कहना है कि पीड़ित महिला द्वारा कुछ मुकदमें लिखवाए गए हैं। जिसमें कुछ कम्प्लेन और कुछ 156 के तहत मामले दर्ज है जोकि पुलिस की जांच मे फर्जी पाए गए हैं। सीओ का कहना है कि अब पीड़िता चाहती है कि पुलिस इन मामलो पर कार्रवाई करे। इसीलिए उसने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए एक पत्र जारी करते हुए चेतावनी दी है कि अगर जांच नहीं की गई तो आत्मदाह कर लेगी। इसी मामले पर पीड़िता को समझाने के लिए पुलिस की टीम तैनात है और कोशिश की जा रही है कि वो आवेश में आकर कोई गलत कदम ना उठाए जो भी उचित होगा वो किया जाएगा।

Ruby