26/11 की बरसी पर शहीदों को किया याद, लगाए हाफिज सईद व पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे

punjabkesari.in Monday, Nov 27, 2017 - 02:33 PM (IST)

आगराः 26 नवंबर 2011 की रात शायद ही देश के किसी इंसान के जहन से निकल सके, जहां मुंबई के पांच सितारा होटल ताज में सैंकड़ों लोग आंतकवादियों की जिहाद्दत का निशाना बने थे। इसी मुंबई हमले का मास्टरमाइंड और प्रतिबंधित जमात-उद-दावा का सरगना हाफिज सईद पाकिस्तान में अब आजाद है। उसी आंतकवादी की रिहाई और  26/11 की बरसी पर यूपी में जगह-जगह लोगों ने हाफिज सईद और पाकिस्तान का विरोध जताया।

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में 26/11 की बरसी पर एक ओर हिन्दू वाल्मीकि समाज ने सुअर के गले में हाफिज सईद नाम का पट्टा डाल कर विरोध किया तो दूसरी तरफ मुस्लिम समाज के लोगों ने मुबंई हमले में शाहिद हुए लोगों की आत्माओं की शांति के लिए दुआ की। साथ ही पाकिस्तान का झंडा पहना कर हाफिज सईद का प्रतीकात्मक पुतला दहन किया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।

साथ ही सुबह से ही सोशल मीडिया पर 26/11 का दुख जाहिर करने वालो की गिनती नगण्य नजर आई। हर तरफ श्रद्धांजलि और शोक का माहौल नजर आया। देर शाम कई संगठनों द्वारा शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि सभा करने की बात भी सामने आई है। विरोध करने वाले आजाद वाल्मीकि ने कहा कि पाकिस्तान ने 26/11 के मास्टर माइंड हाफिज सईद को छोड़ कर सही नही किया है। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को हिदायत देते हुए कहा कि पाक बारूद के ढेर पर बैठ कर आतंकियो को पनाह देने का काम कर रहा हैं। किसी दिन यही आतंकी उनका नुकसान भी कर सकते हैं।

वहीं आज शहर के मदिया कटरा तिराहे पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अशफाक सैफी के नेतृत्व में मुम्बई हमले में शहीदों को श्रद्दांजलि दी गई। पाक द्वारा हाफिज को रिहा करने के विरोध स्वरूप पाकिस्तान के झंडे को पहना कर हाफिज सईद का प्रतीकात्मक पुतला दहन किया गया। इस दौरान हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगे। वहीं अशफाक सैफी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि वो पाकिस्तान पर दबाव बना कर हाफिज को दोबारा जेल कराए। वहीं प्रदर्शन में शामिल इरफान ने कहा कि अगर सरकार ऐसा नही करना चाहती तो आगरा और पूरे देश का मुसलमान पाक जाकर हमला कर देगा।