रिश्तों का क़त्ल! रिटायर्ड फौजी भाई ने बहन को मौत के घाट उतारकर लूट का रचा ड्रामा, पुलिस पूछताछ में उगले सारे राज
punjabkesari.in Thursday, Jun 27, 2024 - 05:20 PM (IST)
Meerut News, (आदिल रहमान): कहते हैं कि भाई बहन का रिश्ता वो रिश्ता होता है जिसका दुनिया में कोई मोल नहीं होता। इस रिश्ते में जहां भाई अपनी बहन की रक्षा करने के लिए अपनी जान तक उस पर न्यौछावर कर देता है और अपनी बहन को खुशियां देने के साथ-साथ उसकी लंबी उम्र की कामना भी करता है। ऐसी अनेकों मिसालें देखने को मिल जाती हैं जिनमें भाई अपनी बहन पर आने वाले खतरे को टालते हुए उसकी जिंदगी को महफूज रखता है, लेकिन मेरठ में एक ऐसा सनसनीखेज़ मामला सामने आया है जहां एक भाई ने ही अपनी बहन को मौत के घाट उतार डाला।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र के रहने वाले राधेश्याम मिश्रा की पत्नी सुनीता मिश्रा की बीती 21/22 तारीख की रात को संदिग्द्ध परिस्थितियों में गोली लगा हुआ शव उनके घर में मिला था। घर का सारा सामान बिखरा हुआ था और कमरे के अंदर मौजूद आलमारी के लॉकर को भी तोड़ा गया था। देखने में लग रहा था कि घर में लूट की वारदात के दौरान महिला की हत्या की गई है। महिला के हाथ में ही पुलिस ने एक रिवाल्वर बरामद किया था जोकि महिला के पति का लाइसेंसी रिवाल्वर था। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और मामले की तफ्तीश में जुटी हुई थी। पुलिस के लिए मामला सूखी घास में सुई ढूंढने के जैसा था और पुलिस ने इस मामले के खुलासे के लिए कई पुलिस टीमें लगाई थी और इस घटना का खुलासा जब हुआ तो उसे हर कोई सकते में रह गया।
पुलिस अधिकारियों ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक सुनीता मिश्रा की हत्या को उसके छोटे भाई उपेंद्र कुमार मिश्रा ने अंजाम दिया था जोकि एक रिटायर्ड फौजी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुनीता मिश्रा की हत्या को अंजाम देने वाला उसका छोटा भाई उपेंद्र फौज में नौकरी किया करता था और नौकरी छोड़ने के बाद वो बसंत कुंज इलाके में प्राइवेट नौकरी कर रहा था। साथ ही हत्यारे भाई ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसकी बड़ी बहन सुनीता मिश्रा की बेटी आशी का मोहल्ले के ही एक लड़के विकास से प्रेम प्रसंग चल रहा था और 2 साल पहले वो अपनी भांजी को सुल्तानपुर से मेरठ लेकर आ रहा था तो बरेली के पास से उसकी भांजी आशी ट्रेन से उतरकर भाग गई थी और आशी ने अपने प्रेमी विकास के साथ शादी कर ली थी। इसी बात से मृतका सुनीता मिश्रा अपने भाई उपेंद्र से नाराज रहा करती थी और उपेंद्र को ही इस बात के लिए दोषी मानती थी।
पुलिस पूछताछ में उपेंद्र ने बताया कि घटना वाले दिन शाम को 6 बजे उसने अपनी बहन सुनीता को फोन किया तो बहन ने उपेंद्र को बुरा भला कहा जोकि उसे नागवार गुज़रा, जिसके बाद घटना वाले दिन वो आनंद विहार से मेरठ बस के ज़रिए पहुंचा और फिर गली में पहुंचकर उसने सड़क पर पड़े पत्थर उठाकर अपने पास रख लिए और फिर अपनी बहन के घर पहुंच कर दरवाजे की घंटी बजाई और जब बहन ने उसे पहचान कर दरवाजा खोला तो उसने अंदर घुसते ही सुनीता के सर पर पत्थर से वार कर दिया, जिससे सुनीता बेसुध होकर गिर पड़ी और फिर उपेंद्र सुनीता को उठाकर कमरे में ले गया। उपेंद्र को पहले से पता था की अलमारी में उसके जीजा की लाइसेंस रिवाल्वर रखी है जहां से उसने अपने जीजा की लाइसेंसी रिवॉल्वर निकाल कर सुनीता के सर में गोली मार दी और रिवाल्वर मृतका के हाथ में ही पकड़ा दिया। जिसके बाद उपेंद्र घर में लगे सीसीटीवी के डीवीआर और सुनीता का मोबाइल फोन लेकर अपने साथ निकल आया।
जाते वक्त उपेंद्र अपने जीजा की बुलेट मोटरसाइकिल भी मौके से लेकर फरार हो गया जोकि थोड़ी दूर चलने पर मोटरसाइकिल बंद हो गई तो वह उसे रास्ते में छोड़कर वापस अपने घर पहुंच गया। इस दौरान उपेंद्र ने सुनीता के घर से कुछ जेवरात पर भी हाथ साफ कर दिया। वहीं पुलिस ने जब इस मामले की तफ्तीश शुरू की तो इलाके के सीसीटीवी खंगालने शुरू किए जिसके आधार पर उन्होंने उपेंद्र को पूछताछ के लिए बुलाया और उपेंद्र ने पुलिस पूछताछ में सारी बात उगल डाली। जिसे सुनने के बाद पुलिसकर्मी भी सकते में रह गए। वहीं पुलिस ने हत्यारे भाई उपेंद्र के पास से मृतका सुनीता के कुछ जेवरात और कुछ नकदी बरामद की है और उसे जेल भेजने की तैयारी कर रही है।