खुलासा: इस वजह से AP एक्सप्रेस बनी थी बर्निंग ट्रेन

punjabkesari.in Friday, Jun 22, 2018 - 02:51 PM (IST)

झांसी: दिल्ली-झांसी रेलमार्ग पर बिरलानगर स्टेशन के निकट एपी एक्सप्रेस के 2 कोचों मे लगी भीषण आग की जांच के लिए गठित उत्तर मध्य रेलवे की जांच समिति के लिए इस अग्निकांड का कारण किसी अंजान व्यक्ति या यात्री द्वारा फेंकी गई जलती तीली या सिगरेट बताया है। लेकिन अनुरक्षण व कार्य निरीक्षण में लापरवाही के लिए सी एंड डब्लू अनुरक्षण डिपो विशाखापट्टनम के अलावा स्टेशन मास्टर बिरला नगर समेत कई को दोषी ठहराया है।

उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि इस अग्निकांड की जांच के लिए मुख्य सुरक्षा अधिकारी एस के कश्यप की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय समिति गठित की गई थी। एक्सप्रेस ट्रेन के 2 कोच बी- और बी -7 में 21 मई को में आग लगने के कारणों की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति द्वारा कोचों का सघन निरीक्षण करने के बाद लगभग 20 लोगों के बयान दर्ज किए गए थे। जांच पूरी होने के बाद समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। इस जांच रिपोर्ट में यह तथ्य प्रकाश में आया कि बी-7 कोच के टॉयलेट में शौच हेतु पानी के नल के ऊपर एक होल था। इस होल में किसी बाहरी अनजान यात्री या उपभोक्ता ने जलती हुई सिगरेट अथवा जलती हुई माचिस की तीली फेक दी, जिसकी वजह से आग लगी और आग फैल गई। इसके कारण आग बी-7 कोच से बी-6 कोच में भी पहुची और दोनों कोच पूरी तरह से जल गए।

आग लगने के लिए जांच समिति ने प्राथमिक तौर पर अनजान यात्री या उपभोक्ता को जिम्मेदार ठहराया है। इसके अलावा सीएण्डडब्ल्यू अनुरक्षण डिपो विशाखापटनम, पूर्व तटीय रेलवे को अनुरक्षण कार्य में कोताही बरतने के कारण दोषी ठहराया है एवं ट्रेन एस्कोर्टिंग स्टाफ (कैरिज व वैगन) तथा इलेक्ट्रिकल स्टाफ को उक्त होल में विद्युत के नंगे तारों के लटकने के कारण कार्य में लापरवाही के लिए दोषी ठहराया है। बिरलानगर के ऑन ड्यूटी स्टेशन मास्टर डी के उपाध्याय को उक्त गाडी के ऑफ साइड में निरीक्षण हेतु प्वाइंटसमैन को न भेजने के लिए कार्य में लापरवाही दिखाने के लिए दोषी ठहराया गया है।

इस मामले में प्वाइंटसमैन राजू द्वारा भी अपना कार्य जिम्मेदारी से नहीं करने का दोषी पाया है। गाड़ी में कुछ अग्निशमन यंत्रों के नहीं चलने के लिए वरिष्ठ अभियंता इंचार्ज (कैरिज व वैगन) अनुरक्षण डिपो विशाखापटनम को जिम्मेदार ठहराया गया है। रिपोर्ट में आग लगने के कारण व दोषी बताने के साथ ही सुझाव भी दिए गए हैं। इस दुर्घटना में अनुमानित क्षति 1 करोड 20 लाख और 50,000 रुपए की हुई। प्रारंभिक जांच के बाद कोच बी-7 के साइड में लगे इलेक्ट्रिक पैनल के पास शॉर्ट सर्किट होने की संभावना जताई जा रही थी। इसे समिति ने खारिज कर दिया है।

Anil Kapoor