मथुरा में बोले RLD उपाध्यक्ष- तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद ही खत्म होगा किसानों का आंदोलन

punjabkesari.in Sunday, Jan 31, 2021 - 09:43 AM (IST)

मथुरा: राष्ट्रीय लोकदल (RLD) उपाध्यक्ष जयन्त चौधरी ने किसानों से वोट की चोट से सरकार के मंसूबों को फेल करने का आह्वान किया। चौधरी यहां जिले के मोरकी इंटर कॉलेज बाजना में आयोजित विशाल किसान महापंचायत को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने किसानों से वोट की चोट से सरकार के मंसूबों को फेल करने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार समझती है कि किसान भोले-भाले हैं और उन्हें समय आने पर बहका लेंगे, लेकिन इस बार किसान बहकावे में आने वाला नहीं है।

उन्होंने कहा कि किसानों की इस लडाई में जो साथ नहीं दे रहे हैं उनका नाम डायरी में नोट कर लें और चुनावों में उन्हें सबक सिखाएं। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में योगी सरकार को सबक सिखाया जाना चाहिए। ऐसे भाजपाइयों का हुक्का पानी भी बंद कर देना चाहिए। केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनो कानूनों को वापस लेने की वकालत करते हुए रालोद उपाध्यक्ष ने  कहा कि कानून कोई पत्थर की लकीर नहीं हैं। कानून बनते है और बदलते भी हैं। उनका कहना था कि उनकी लक्ष्मण रेखा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की है। उन्होंने किसानों से पलवल, गाजीपुर बार्डर पर जाने का भी आह्वान किया तथा पुलिस से भोले भाले किसानों पर लाठी न चलाने की इसलिए सलाह दी कि नहीं तो उन्हें इन किसानों की आह लगेगी।

उन्होंने गाजीपुर में दिल्ली में सोते किसानों पर लाठी चलाने को कानून का उल्लंघन करना बताया और कहा कि पुलिस को इस प्रकार से किसानों पर लाठी बरसाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि 12 फरवरी से चलो गांव की ओर नाम से जनसंपकर् अभियान चलाया जाएगा जिसमें वे स्वंय शामिल होंगे। सभा के बाद  चौधरी ने संवाददाताओं से प्रधानमंत्री के बातचीत के प्रस्ताव पर कहा कि तीनों कृषि कानूनो को वापस लेने के बाद ही किसानों का आंदोलन समाप्त होगा।

इस मौके पर रालोद के प्रदेश उपाध्यक्ष कुंवर नरेन्द्र सिंह ने कहा कि दिल्ली में किसान नेता राकेश टिकैत के जो आंसू बहे हैं वे केवल उनके न होकर पूरे किसान समुदाय के हैं। उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि गोवर्धन विधान सभा क्षेत्र के कुछ गांव के लोगों ने तो भाजपाइयों को गांव में घुसने न देने तक का संकल्प ले लिया है। केन्द्र सरकार को समझना चाहिए कि जनविरोधी कानून को जबर्दस्ती लागू कराने से जनमानस सरकार के खिलाफ हो जाता है।

किसान महापंचायत में पहुंचे सपा प्रवक्ता एमएलसी डॉ. संजय लाठर ने कहा कि भाजपा की तानाशाह सरकार को किसान नेता राकेश टिकैत को अकेला समझने की भूल नहीं करनी चाहिए क्योंकि पूरा किसान समुदाय उनके साथ है। सरकार तीनो बिलों को वापस लेने में जितनी देरी कर रही है उतना ही किसान एक होता जा रहा है।

रालोद नेता योगेश नौहवार ने घोषणा की कि आगामी दिनों में क्षेत्र के किसान बड़ी संख्या में गाजीपुर बॉर्डर जाएंगे, यदि स्थानीय पुलिस-प्रशासन ने किसानों को रोकने का प्रयास किया तो किसान एक्सप्रेसवे पर ही आंदोलन शुरू कर देंगे। भाकियू जिलाध्यक्ष राजकुमार तोमर, पूर्व मंत्री तेजपाल सिंह, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष चेतन मलिक, भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष बुद्धा सिंह समेत एक दर्जन से अधिक नेताओं ने इस महापंचायत को संबोधित किया।


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