कमरे में रुम फ्रेशनर और मैट...जेल SP के केबिन के अंदर अब्बास संग घंटों समय बिताती थी निकहत

punjabkesari.in Monday, Feb 13, 2023 - 02:23 PM (IST)

चित्रकूट: यूपी की चित्रकूट जिला जेल में बंद विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत बानो के मामले में जांच जारी है। जांच टीम पता लगा रही है इस पूरे खेल में कौन-कौन शामिल है। बताया जा रहा है कि अब्बास को जेल से फरार करने की प्लानिंग चल रही थी। ये प्लानिंग कामयाब होने से पहले ही पुलिस ने इसका पर्दाफाश कर दिया। बताया जा रहा है कि कुछ कैदी भी निखत के प्लान में शामिल थे। उनकी भी पहचान की जा रही है।

बता दें कि अब तक इस मामले में जेल अधीक्षक समेत 8 जेल कर्मी बेनकाब हुए हैं। जेल के जिस कमरे में निखत को पकड़ा गया था वह जेल अधीक्षक कार्यालय से लगा है, उसमें अंदर से ही जाने का रास्ता है। कमरे में रूम फ्रेशनर के साथ मेज कुर्सी और मैट पड़ी थी। जिसमें निखत पति के साथ तीन से चार घंटे गुजारती थी। इस मामले की जांच में जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, जेलर संतोष कुमार व डिप्टी जेलर पियूष पांडेय समेत 8 जेल कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।


एसआईटी ने अपनी विवेचना शुरू कर दी है सील सीसीटीवी फुटेज और अभिलेखों को अभी खोला नहीं गया है वैसे टीम सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज देखना चाहती है कि निखत बानो कब से जिला जेल आ रही थी और कितने बार आई है। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि सीसीटीवी के डिजिटल वीडियो रिकार्डर (डीवीआर) काफी डाटा है। उसको छंटनी कराने के लिए फारेंसिक लैब भेजा जाएगा। उसके बाद निखत की जेल में गतिविधियों का अध्ययन किया जाएगा। पांच सदस्यीय टीम एक-एक बिंदु को अच्छी तरह देखेगी।

निकहत की गिरफ्तारी के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट
बता दें कि चित्रकूट जेल में बंद विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत अंसारी उससे मुलाकात करने पहुंची थी। इसी के दौरान एसपी और डीएम के छापे में निकहत अंसारी पकड़ी गईं थीं जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। तभी निकहत अंसारी के पास से मोबाइल फोन और विदेशी मुद्रा सहित ज्वेलरी और पैसे बरामद हुए थे। इतना ही नहीं निकहत के पास से प्रशासन ने कुछ आपत्तिजनक चीजें भी बरामद की है। जिसके बाद से प्रशासन सतर्क हो गया है और इसी के चलते अब पुलिस और जेल प्रशासन ने बांदा जेल में बंद मुख्तार की सतर्कता बढ़ा दी है।

मामले की जांच शुरू 
हाई प्रोफाइल मामले की जांच के लिए अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी के नेतृत्व में क्षेत्राधिकारी नगर बर्ष पांडेय, क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर राजेश द्विवेदी, गिरेंद्र सिंह व शिवमूरत की पांच सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। जिसने जांच शुरू कर दी है।


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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