कंगना के बयान पर बवाल! किन्नर अखाड़ा ने कहा- देश की आजादी का श्रेय 2014 में बनी सरकार को कैसे दिया

punjabkesari.in Monday, Nov 15, 2021 - 06:03 PM (IST)

प्रयागराज: फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के आजादी वाले बयान को लेकर बखेड़ा खड़ा हो गया है। राजनेताओं के बाद अब किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कंगना रनौत के बयान को गलत करार दिया है। उन्होंने कहा कि कंगना को देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि देश की आजादी को लेकर इस तरह का बयान लोकतंत्र और संविधान का अपमान है। 

लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि 1947 में हमें जो आजादी मिली, उसके लिए देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना खून बहाया, सत्याग्रह किया. उसके बाद कहीं जाकर देश अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हुआ था। उन्होंने कहा है कि फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत का बयान देश के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों का अपमान है। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र में सबको बोलने की आजादी है। राजनीतिक बयानबाजी भी की जा सकती है, लेकिन देश की आजादी का श्रेय 2014 में बनी किसी सरकार को नहीं दिया जा सकता है। 

महामंडलेश्वर ने कहा है कि 2014 से लेकर अब तक देश में बीजेपी की सरकार है, उसका भी साधुवाद है और इससे पहले देश की आजादी से लेकर अब तक बनी सरकारों का भी साधुवाद है। उन्होंने कहा है कि देश की आजादी के संबंध में अपशब्द बोलना उचित नहीं है। उन्होंने कंगना रनौत के इस बयान को देशद्रोही करार दिया है। किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि खुद की पब्लिसिटी और चर्चा में बने रहने के लिए किसी को भी इस तरह के बयान देने का कोई हक नहीं है। 

इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि आजादी की लड़ाई सबने मिलकर लड़ी. चाहे वह संघ के हों, वह चाहे वह वामपंथी विचारधारा के लोग रहे हों, चाहे वह दक्षिण पंथी व अन्य लोग रहे हों। इसमें सभी का बराबर का योगदान है। उन्होंने कहा है कि अगर किन्नर समाज यह कहे कि 2014 के बाद नालसा जजमेंट आया, उसके बाद उन्हें अधिकार मिले और आजादी मिली तो यह कहना सही नहीं होगा, क्योंकि उनके माता-पिता और उन्होंने आजाद भारत में ही जन्म लिया है। उन्होंने कहा है कि कंगना रनौत समेत उन सभी लोगों को देश से माफी मांगी चाहिए जो इस तरह की बात करते हैं। 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj