दुखदः पैतृक गांव नहीं पहुंच सका हिमस्खलन में शहीद हुए जवान का शव

punjabkesari.in Thursday, Jan 16, 2020 - 12:49 PM (IST)

कुशीनगरः देश की रक्षा करने वाले एक जवान के परिवार पर उस वक्त दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब कश्मीर में हुए भयंकर हिमस्खलन के दौरान कई और साथियों के साथ शहीद हुए कुशीनगर के चंद्रभान चौरसिया का पार्थिव शरीर बुधवार देर शाम तक उनके पैतृक गांव दुमही नहीं पहुंच सका।

शहीद के अंतिम दर्शन के लिए सुबह से लगा हुआ था जमावड़ा
बता दें कि सोमवार को कश्मीर में अपनी ड्यूटी के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आए कुशीनगर के वीर सपूत चंद्रभान चौरसिया के अंतिम दर्शन के लिए बुधवार सुबह से ही उनके पैतृक गांव दुमही में लोगों का जमावड़ा रहा। शहीद के पिता व अन्य परिजनों ने खुद को किसी तरह से संभाल रखा था। मगर सब्र का बांध उस वक्त टूट गया और घर में मातम पसर गया। जब शहीद के शव न आने की सूचना मिली।

भयंकर बर्फबारी बनी वजह
ग्राम प्रधान राम बिहारी राय ने कहा कि सेना के अधिकारियों द्वारा शव गुरुवार तक गांव लाए जाने की संभावना जताई थी। लेकिन बुधवार को भी घटनास्थल पर हो रहे भयंकर बर्फबारी के कारण उनकी डेड बॉडी को वहां से निकाला नहीं जा सका।

पिता ने कहा- मेंरा तो संसार ही उजड़ गया
वहीं शहीद वीर सपूत के पिता राजबलम चौरसिया ने कहा कि मेरे ऊपर तो दुखों का पहाड़ टूट गया है। आगे कैसे क्या होगा, मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है। बर्फबारी में मेरा तो संसार ही उजड़ गया।

Ajay kumar