काशी विश्वनाथ मंदिर काॅरिडोर को लेकर साधू-संतों का आंदोलन तेज, मंदिर के गेट पर की पूजा-अर्चना

punjabkesari.in Thursday, Jul 05, 2018 - 05:30 PM (IST)

वाराणसीः काशी विश्वनाथ मंदिर काॅरिडोर को लेकर वाराणसी में साधू-सन्यासियों और उनके भक्तों का आंदोलन तेज होता दिखाई दे रहा है। इसी कड़ी में दर्जनों की संख्या में काशी विश्वनाथ मंदिर के येलो जोन में स्थित नीलकंठ चेक प्वाइंट पर दुर्मुख विनायक मंदिर पर साधूओं और उनके भक्तों की टोली दर्शन को पहुंच गई, लेकिन गेट पर ताला जड़ा देखकर सभी नाराज होकर वहीं पूजा-अर्चना शुरु कर दिए।

लगभग दो घंटे तक चले पूजा के बाद वहीं येलो जोन में स्थित साधूओं और भक्तों ने 56 विनायकों में शुमार प्रमोद विनायक और दुर्मुख विनायक मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इस दौरान नाराज साधू-सन्यासियों और भक्तों ने 24 घंटे में दुर्मुख विनायक मंदिर में दर्शन शुरू कराने का अल्टीमेटम भी प्रशासन को दिया।

गौरतलब है कि वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर योजना पर मूर्तियों के तोड़ने का आरोप लगाकर साधू-सन्यासियों का एक गुट मंदिर बचाओ आंदोलन के तहत विरोध कर रहा है और काशी के विभिन्न मंदिरों में दर्शन-पूजन भी कर रहा है। इसी कड़ी में आज विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र के येलो जोन में स्थित मंदिरों में दर्शन के लिए ये दल दर्शन को पहुंचा था।

विघा मठ के महंत अविमुक्ते श्वारनंद सरस्वती का कहना है कि वह आज 8 बजे से दुर्मुख विनायक मंदिर आए हुए हैं और उन्हें एक घंटा यहां खड़ा रहना पड़ा। जिसके बाद उन्होंने 3 घंटे सड़क पर बैठकर ही पाठ किया। उनका कहना है कि मंदिर के गेट पर ताला जड़ा हुआ था। साथ ही उन्होंने कहा 24 घंटे का समय प्रशासन दे रहे हैं। कल सुबह फिर यहां पर आएंगे। ये मंदिर खुला होना चाहिए और यहां उन्हें पूजा का अधिकारी होना चाहिए। 

Tamanna Bhardwaj