राजधानी लखनऊ के बाद योगी के गढ़ गोरखपुर में भी चढ़ा भगवा रंग

punjabkesari.in Tuesday, Jan 02, 2018 - 02:58 PM (IST)

गोरखपुर(रुद्र प्रताप सिंह): रंग हमेशा से ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण रहे हैं। मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी के शासनकाल में यह रंग नीला था जबकि समाजवादी रंग लाल और हरा था। और अब, हर तरफ भगवा है। यह रंग योगी को कितना पसंद है, यह इससे भी साफ होता है कि जिन कुर्सियों पर वह बैठते हैं, वह नारंगी रंग से ढंकी होती हैं। उनके कार्यालय में सोफा, कुर्सी, सभी पर यही रंग चढ़ा हुआ है। जब योगी का रंग पूरे प्रदेश पर चढ़ रहा है तो फिर उनका अपना गढ़ गोरखपुर पीछे कैसे रह सकता है। आइए देखते है गोरखपुर में कहां-कहां हुआ भगवा रंग।

घंटाघर: गोरखपुर का ऐतिहासिक घंटाघर शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, सेठ रामखेलावन, और ठाकुर प्रसाद की याद में यह घंटाघर सन् 1930 में बनाया गया था। जो अब भगवा रंग में रंगा नजर आ रहा है।

जिला महिला अस्पताल: गोरखपुर के जिला महिला अस्पताल के मुख्य द्वार पर लगे बोर्ड का रंग भी अब बदल गया है। मुख्य द्वार पर लगे गेट का रंग पहले नीला था। लेकिन निजाम बदलने के बाद अब मुख्य द्वार पर लगे बोर्ड का रंग भगवा हो गया है। जबकि अंदर लगे बोर्डों का रंग फिलहाल अभी नीला ही है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद का क्षेत्रीय कार्यालय: माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तरप्रदेश इलाहाबाद के क्षेत्रीय कार्यालय गोरखपुर का उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते 16 अक्टूबर को किया था। यह बिल्डिंग अब भगवा रंग में नजर आ रही है। कार्यालय के साइन बोर्ड लेकर मुख्य द्वार पर लगे गेट का रंग भी भगवा है। इस मामले में संबंधित अधिकारियों से बात करनी चाही तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया।

पुलिस चौकीः गोरखपुर शहर के बीच में गोलघर मार्केट में स्थित पुलिस चौकी का आंतरिक सज्जाकार भी बदला नजर आ रहा है। वहां के पर्दे भी भगवा रंग में रगें नजर आ रहे है।

विकास भवनः विकास भवन में देखा गया कि वहां की सीड़ियों की दिवारें भगवा रंग में रगीं हुई है। वहीं अधिकारियों के अॉफिस के पर्दे भी भगवा रंग में देखे गए।

वहीं विपक्ष में सपा विधानसभा पद के प्रत्याशी का कहना है कि रंग से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता है लेकिन विकास से उत्तर प्रदेश को कोसो दूर किया जा रहा है। लोगों को गाय, गोबर, रंग व धर्म के साथ जोड़कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।