पत्नी के उकसाने पर यादव सिंह लेता था घूस

punjabkesari.in Sunday, Mar 20, 2016 - 10:41 AM (IST)

सहारनपुर: नोएडा के निलम्बित इंजीनियर इन चीफ यादव सिंह की पत्नी कुसुम लता पर उसे रिश्वत के लिए उकसाने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि यादव सिंह की पत्नी के खाते से घूस के पैसे का लेन-देन होता था। सी.बी.आई. द्वारा टैंडर मामले में चार्जशीट दाखिल होने की बात सुनकर अब यादव सिंह की नींद उड़ गई है। सी.बी.आई. ने अपने 32 पेज की चार्जशीट में पत्नी कुसुम लता को भी आरोपी बनाया है कि पत्नी के उकसाने पर यादव सिंह घूस लेता था। इतना ही नहीं भ्रष्टाचार की रकम उनके बैंक खातों में भी ट्रांसफर की गई थी।

सनद रहे कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर सी.बी.आई. ने 4 अगस्त, 2015 को यादव सिंह के खिलाफ  भ्रष्टाचार के मामले की जांच शुरू की थी। करीब एक साल तक चली जांच के बाद सी.बी.आई. ने पाया कि प्रमुख अभियंता यादव सिंह ने 14 दिसम्बर, 2011 से 23 दिसम्बर, 2011 के बीच कुछ फर्मों को 959 करोड़ रुपए के टैंडर जारी किए थे जिनमें बड़े पैमाने पर गड़बडिय़ां की गई थीं।

इस संबंध में सी.बी.आई. ने साजिश, धोखाधड़ी,  फर्जी दस्तावेज तथा भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। बताया गया कि यह मामला भूमिगत केबल से जुड़ा है जो उद्योग मार्ग नंबर-45 तथा एमपी-वन मार्ग पर डाली गई थी। इस सिलसिले में सी.बी.आई. ने 3 फरवरी को यादव सिंह को गिरफ्तार किया था। 

ये बने हैं आरोपी :  यादव सिंह और उनकी पत्नी के अलावा पूर्व प्रोजैक्ट अभियंता रमींद्र, सहायक प्रोजैक्ट अभियंता देवीराम आर्य, पूर्व ए.पी.ई. जयपाल सिंह, पूर्व जे.ई. राजीव कुमार, पूर्व जे.ई. आर.डी. शर्मा, पूर्व जे.ई. ओमपाल सिंह का नाम भी चार्जशीट में शामिल है। मैसर्स तिरुपति कंस्ट्रक्शन लि. के निदेशक वी.के. गोयल, मैसर्स एन.के.जी. इंफ्रास्ट्रक्चर के मालिक प्रदीप गर्ग तथा जे.एस.पी. कंस्ट्रक्शन लि. के निदेशक पंकज जैन और तीनों कंपनियों को भी आरोपी बनाया गया है।