कोरोना वायरसः मुलायम के सपने को साकार कर रही है सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी

punjabkesari.in Thursday, May 07, 2020 - 04:25 PM (IST)

इटावाः उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान और इलाज में महती भूमिका निभाने वाली सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी बुजुर्ग समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव के सपने को साकार कर रही है।

समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने करीब डेढ़ दशक पहले जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया कराने के इरादे से इस विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया था, तब विपक्ष ने सवाल खडे किये थे कि छोटे से गांव मे बेहिसाब धन खर्च करके अस्पताल का निर्माण करने का औचित्य क्या है लेकिन आज वही सवाल उठाने वाले मुलायम के प्रयासो की तारीफ करते हुए दिख रहे है।

यादव ने अपने सपने को साकार करने के लिये मुख्यमंत्री के तौर पर 2005 में मेडिकल कालेज की आधारशिला रखी और एक साल के भीतर अस्पताल की इमारत बनकर तैयार हो गयी। आखिरकार  यादव का यह सपना 2006 में तब पूरा हुआ जब केंद्र सरकार ने सैफई में यूपी रूरल इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज रिसर्च को अपनी मंजूरी दे दी जिसके पहले निदेशक डा प्रभाकर बनाये गये।

वर्ष 2012 की अखिलेश सरकार के कार्यकाल में सैफई मेडिकल कालेज को अस्पताल को यूनिवर्सिटी का दर्जा मिल गया जिसके पहले कुलपति भी सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी डा प्रभाकर को बनाया गया। मेडिकल कालेज के रूप में नेताजी द्वारा रोपा हुआ पौधा अब वटवृक्ष बन चुका है। 100 बेड से शुरू हुए अस्पताल में आज 1250 बेड हैं। सभी बेड हमेशा शत-प्रतिशत भरे रहते हैं । मेडिकल कालेज जब शुरू हुआ था तो एमबीबीएस की 50 सीटें थीं जो अब 200 सीटें हो चुकी है । प्रतिदिन ओपीडी कम से कम 4000 के आसपास होती इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सालाना मरीजो की तादाद क्या होगी ।


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Tamanna Bhardwaj

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