नाबालिगों को बहला फुसलाकर संत करवा रहा था एेसा काम, इस तरह हुआ खुलासा

punjabkesari.in Wednesday, Feb 07, 2018 - 03:50 PM (IST)

भदोहीः यूपी के भदोही में समाज सुधार के नाम पर संत द्वारा सैकड़ों बच्चों का भविष्य बर्बाद करने का मामला सामने आया है। इसका खुलासा तब हुआ जब संत के आश्रम से बंधक बनाकर रखी गई एक नाबालिग को पुलिस ने मुक्त कराया। नाबालिग को मुक्त कराए जाने के बाद संत ने अनुयायियों के साथ मिलकर रविवार को हाइवे जाम कर हंगामा किया था। पुलिस की इन लोगों से हाथापाई भी हुई, जिसमें कई पुलिसकर्मियों को चोटें आई थी। वहीं कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बुधवार को संत के अवैध आश्रम को उखाड़ फेंका है।

जानिए, क्या है पूरा मामला
दरअसल जिले के औराई इलाके के नटवा गांव में राजेन्द्र कुमार नाम का कथित संत एक संस्था चलाता है। संत ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर अपना आश्रम बनाया था। इस आश्रम में संत समाज सुधार के नाम पर नाबालिगों को बहला फुसलाकर उनसे संस्था के लिए चंदा एकत्र करवा रहा था। इस संस्था में बच्चों को देश का संविधान ना मानने और स्कूल में पढ़ना छोड़ने की शिक्षा दी जाती थी।

संत पर लगा ये आरोप 
संत पर आरोप है कि उसने नाबालिग प्रीति को संस्था का बंदी अधिकारी बनाया था। संत उसे 2 हजार रुपए महीना देने वाला था। वह प्रीति को संस्था की रसीद देकर उससे चंदा एकत्र कराता था। वहीं कुछ दिन पहले प्रीति ने घर जाने को कहा तो राजेन्द्र ने उसे आश्रम में बंधक बना लिया। जब परिजनों को पता चला तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की।

बच्ची को कराया मुक्त 
परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने प्रीति को संत के चंगुल से मुक्त करवाया। इस मामले में पुलिस ने संत सहित 4 लोगों पर केस दर्ज किया था। वहीं आज पुलिस ने संत के आश्रम को नटवा गांव से हटवा दिया है। अधिकारियों का कहना है कि आश्रम से कई पम्पलेट और कार्ड मिले हैं, जिसमें संविधान के विरोध में लिखा था।