ज्ञानवापी को लेकर काशी में धर्म संसद का संतों ने किया आयोजन, 22 प्रस्तावों पर लगाई मुहर

punjabkesari.in Friday, Jun 03, 2022 - 02:27 PM (IST)

वाराणसी: ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट में मिले शिवलिंग को लेकर काशी के सुभाष भवन में धर्म परिषद का आयोजन किया गया। इस धर्म परिषद में कई मठ के मठाधीश, साधु-संत, सामाजिक कार्यकर्ता और इतिहासकारों ने हिसा लिया। इस बैठक में संतों ने बाइस प्रस्ताव पर मुहर लगाई है। स्वामी बालक दास महाराज कहा कि ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग को लेकर धर्म संसद का आयोजन किया गया है।

ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग के दर्शन की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सभी मुस्लिम धर्म गुरुओं से को चिट्ठी लिखी गई है कि क्या उनके धर्म में किसी मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाने का कोई प्रावधान है। स्वामी ने बताया कि हिन्दू धर्म ग्रन्थ में काशी मथुरा, अयोध्या का उल्लेख है। जबकि मुस्लिम सबसे बड़े तीर्थ स्थल मक्का में हिंदुओं को 25 किलोमीटर पहले से ही रोक लगा दी जाती है ऐसे में मथुरा, अयोध्या, काशी जैसे हिंदुओं के धर्म स्थलों  पर मुसलमानों पर रोक लगा देनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि  ज्ञानवापी मंदिर में मिले स्वयंभू ज्योतिर्लिंग की पूजा और दर्शन की इजाजत की मांग की गई है। शिवलिंग के साथ छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया 'ज्ञानवापी परिसर में नमाज अदा करने से रोका जाए। ज्ञानवापी परिसर में नमाज अदा करने से रोका जाए। ज्ञानवापी परिसर के निचले हिस्से को पूजा पाठ के लिए खोला जाए। 1991 के धर्म स्थल कानून को रद्द किया जाए। वहीं उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ओवैसी जैसे भड़काऊ बयान देने वाले लोगों पर केस दर्ज जेल भेजा जाए। जिससे देश में अशांति ने फैले। 


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Content Writer

Ramkesh

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