सलीम ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, रुपयों से भरा बैग लौटाया
punjabkesari.in Monday, Jan 20, 2020 - 05:07 PM (IST)
मुज़फ्फरनगर/मेरठ: उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर के एक व्यक्ति ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। यहां के रहने वाले सलीम ने अपनी गाड़ी से मिले 1 लाख रुपये से भरे बैग और कागजात को 4 दिन बाद पुलिस की मौजूदगी में उसके मालिक के सुपुर्द कर दिया। वहीं मालिक ने सलीम की सराहना करते हुए उसकी ईमानदारी पर धन्यवाद दिया।
दरअसल, चरथावल कस्बे के गांव नगला राई के रहने वाले सलीम अहमद एक व्यापारी हैं। जिनका सऊदी अरब में कारोबार है। बातचीत में सलीम ने बताया कि वह 23 दिसंबर को भारत अपने घर आए थे। 16 जनवरी को वह किसी काम से दिल्ली गए थे। नई दिल्ली से लौटते वक्त मौसम खराब था तो दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर खड़े तीन व्यक्तियों ने उनसे आग्रह किया कि वह उन्हें मेरठ तक छोड़ दें।
सलीम बताते हैं कि वह तीनों व्यक्ति कार में पीछे वाली सीट पर बैठ गए और वह आगे ड्राईवर वाली सीट पर आ गए। तीनों व्यक्ति मेरठ में बस अड्डे के पास उतर गए। इन्होंने बातचीत में बताया था कि इनका घर मेरठ में ही है। जब सलीम अहमद अपने घर पहुंचे और गाड़ी से सामान उतारने लगे तो उन्होंने देखा कि पीछे सीट पर एक बैग रखा हुआ है। इस बैग को उन्होंने खोलकर देखा तो दंग रह गए। दरअसल बैग में एक लाख रुपये थे। इस पर सलीम ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए बैग मालिक की तलाश करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। सोशल मीडिया पर पता लगने के बाद बैग का असली मालिक नगला राई पहुंचा सलीम ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए अपनी गाड़ी से मिले 1 लाख रुपये से भरा बैग व कागजात को वापस लौटा दिए। सलीम ने पुलिस की मौजूदगी में मालिक को गाड़ी से मिले 1 लाख रुपये से भरा बैग व कागजात उनके मालिक के सुपुर्द कर दिया। मालिक ने सलीम की सराहना करते हुए उसकी ईमानदारी पर धन्यवाद दिया।
बैग मालिक आतिफ पुत्र हारून ने बताया कि वह मेरठ जनपद के हुमायु नगर का निवासी है। जो मच्छरदानी का काम करता है। उस दिन वह दिल्ली में सीलमपुर से धागा लेने गया था खराब मौसम के कारण उसने दिल्ली से कार में लिफ्ट ली थी। खराब मौसम के कारण वह जल्दी-जल्दी में मेरठ उतर गया था और कार में बैग भूल गया था। आतिफ ने बताया कि रुपयों से भरा बैग गायब होने से वह काफी परेशान था। लगभग 3 दिनों से उसने खाना तक नहीं खाया था। आतिफ ने सलीम की ईमानदारी की जमकर सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया।