समाजवादी पार्टी का मुस्लिम विरोधी चेहरा उजागर: कांग्रेस

punjabkesari.in Tuesday, Jan 21, 2020 - 10:05 AM (IST)

लखनऊ-उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों में मुस्लिमों का सच्चा हितैषी दर्शाने की होड़ के बीच कांग्रेस ने मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) पर इल्जाम लगाया है कि हिन्दू युवा वाहिनी के पूर्व अध्यक्ष को पार्टी में शामिल कर उसने मुस्लिम विरोधी चेहरे को एक बार फिर से उजागर कर दिया है। 

 

प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम ने सोमवार को कहा कि समाजवादी पार्टी ने हिन्दू युवा वाहिनी के पूर्व अध्यक्ष और योगी आदित्यनाथ के हर मुस्लिम विरोधी कृत्य में सहयोगी रहे सुनील सिंह को अपनी पार्टी में शामिल करके एक बार फिर अपना मुस्लिम विरोधी चेहरा उजागर कर दिया है।        

 

उन्होने कहा कि सुनील सिंह की अब तक की पूरी सियासी जिन्दगी योगी आदित्यनाथ और आंतकी संगठन हिन्दू युवा वाहिनी के जरिये पूर्वांचल में मुसलमानों के खिलाफ दंगे करवाने, गौकशी के झूठे आरोपो में बेगुनाहों को फंसाने, मोहन मुण्डेरा जैसे जघन्य कांड करवाने में गुजारी है। उन्होने मुसलमानों के 76 घर जला दिये थे। हिन्दूवादी नेता का जीवन पूर्वाचल में रहना है तो योगी-योगी कहना है एवं यूपी अब गुजरात बनेगा-पूर्वांचल अब शुरूआत करेगा, जैसे नारे लगाते बीता है।

 

आलम ने कहा कि मुसलमानों के बारे मे सुनील सिंह के विचार सोशल मीडिया पर काफी वायरल रहे हैं। जिसमें वह भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की योजना पर बोलते हुए कह रहे हैं कि मुसलमानों से उनके वोट देने का अधिकार छीनकर उनकी मस्जिदों पर भगवा झण्डा लगा देने का काम वो करेंगे।       

 

उन्होने कहा कि सपा मुखिया को बताना चाहिए कि सुनील सिंह का कौन सा मुस्लिम विरोधी काम और नारा उन्हें इतना पंसन्द आ गया कि उन्हें अपनी मौजूदगी में समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिला दी। मुस्लिम समाज के श्रीमती प्रियंका गांधी और कांग्रेस के प्रति बढ़ते रूझान के कारण सपा मुखिया काफी चिन्तित हैं और मुसलमानों से बदले की भावना के तहत मुस्लिम विरोधी तत्वों को सपा में शामिल कराकर उन्हें डराना चाहते हैं। 

Ajay kumar