संभल हिंसा: अखिलेश यादव बोले- पुलिस ने निजी हथियारों से चलाई गोली, घटना के लिए भाजपा-प्रशासन जिम्मेदार
punjabkesari.in Tuesday, Nov 26, 2024 - 02:30 AM (IST)
Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि संभल में दंगा भाजपा सरकार ने जानबूझ कर अपनी नाकामी छिपाने और जनता का ध्यान हटाने के लिए कराया है।अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि भाजपा सरकार अन्याय और अत्याचार कर रही है। पुलिस ने सरकारी और निजी हथियारों से गोली चलायी है। पांच युवाओं की मौत हुई है। यह बेहद दुःखद है। सपा यह मुद्दा आज लोकसभा में उठाना चाहती थी लेकिन मौका नहीं दिया, जब मौका मिलेगा तब हम लोग इसे सदन में उठायेंगे। समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल भी संभल जाएगा, वहां के लोगों के दुःख दर्द और परेशानी में शामिल होगा। उन्होंने कहा कि इसी तरह से भाजपा सरकार ने कानपुर में बड़ी संख्या में लोगों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा लिखाया था और वसूली की थी।
बहराइच में भाजपा ने कराया दंगा
अखिलेश यादव ने कहा कि बहराइच में भाजपा ने दंगा कराया था, वहाँ तो भाजपा विधायक ने ही भाजपा नेताओं के खिलाफ एफआईआर कराई थी। भाजपा पहले अन्याय करती है। अगर कोई अन्याय का विरोध करता है, तो सरकार के अधिकारी उसके ही खिलाफ मुकदमा करा देते हैं। समाजवादी पार्टी के संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क उस दिन संभल में नहीं थे, बेंगलुरु में थे, अपने कार्यक्रम में थे। उनके खिलाफ झूठा मुकदमा लिख दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने चुनाव में जो लूट की है उसे छिपाने के लिए जानबूझ कर दंगा कराया है। लोग तो यह भी कह रहे हैं कि साबरमती फिल्म देखकर कुछ लोगों को लगा कि उन्हें भी बड़ा नेता बनना है, इसीलिए यह कराया।
BJP ने विधानसभा चुनाव में लूटे वोट... पुलिस से ईवीएम की बटन दबवाई
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में वोट लूटे हैं। पुलिस से ईवीएम की बटन दबवाई। प्राइवेट ड्रेस में पुलिस लगाई थी, वोटों की चोरी और चुनावी धांधली से ध्यान हटाने के लिए दंगा कराया है। जगह-जगह से वीडियो मिले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संभल की शाही जामा मस्जिद के सम्बंध में 19.11.2024 में सिविल कोर्ट चंदौसी में याचिका दायर की गयी, कोर्ट ने दूसरे पक्ष को सुने बिना सर्वे का आदेश दिया। आदेश मिलने के बाद संभल के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक बिना आर्डर पढ़े 2 घंटे में ही सर्वे के लिए पुलिस लेकर जामा मस्जिद पहुंच गये। जामा मस्जिद की कमेटी, उलमा इकराम सभी पक्षों ने सहयोग दिया। जिस समय पहली बार कोर्ट के आदेश पर सर्वे हुआ, सभी ने पूरा सहयोग किया। ढाई घंटे सर्वे के बाद जिलाधिकारी ने कहा कि सर्वे पूरा हो गया है। अब सर्वे रिपोर्ट कोर्ट में जमा की जाएगी।