मंत्री के भाई को नौकरी मिलने पर भड़के संजय सिंह, बोले- नौकरी मांगने पर युवाओं को मिल रही गालियां और यहां...

punjabkesari.in Sunday, May 23, 2021 - 07:58 PM (IST)

लखनऊः बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ.सतीश द्विवेदी के भाई अरुण द्विवेदी की सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हुई नियुक्ति सोशल मीडिया पर चर्चा में है। इस पर आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव में कोरोना संक्रमण के कारण मारे गए 1621 शिक्षकों की संख्या को महज 3 बताने वाले बेसिक शिक्षा मंत्री का कारनामा सामने आया है।

शिक्षा मंत्री को मरने वाले शिक्षकों की संख्या नहीं मालूम, लेकिन वह जानते हैं कि फर्जीवाड़ा करके अपने सगे भाई को गरीबी रेखा का सर्टिफिकेट दिला कर कैसे नौकरी दी जाती है। इसकी पूरी जानकारी है।उन्होंने नियम कानून ताख पर रखकर कुलपति का इस्तेमाल किया। पहले कुलपति का कार्यकाल बढ़ाया गया। कुलपति ने कार्यकाल बढ़ने के बाद पहला काम मंत्री के भाई को नौकरी देने का काम किया।

उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री का भाई जो पहले से नौकरी में है, उसे आर्थिक रूप से कमजोर माना जा रहा है। प्रदेश में नौकरी के लिए शिक्षामित्र आवाज उठाते हैं तो उन्हें लाठी डंडों से पीटा जाता है। योगी सरकार में शिक्षक, ग्राम पंचायत अधिकारी, कई विभागों में नौकरियों के आवेदक युवाओं को नौकरी मांगने पर लाठियां मिल रही है, मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां दी जा रही है।आरक्षण का हक मारकर मंत्री के भाई को दी गई नियुक्ति प्रदेश के युवाओं का यह घोर अपमान है।

इस अपमान के खिलाफ प्रदेश का हर युवा आपसे सवाल कर रहा है। बेसिक शिक्षा मंत्री को सामने आकर जवाब देना चाहिए। उन्हें जनता से माफी मांगते हुए इस्तीफा देना चाहिए। अगर वह स्वयं इस्तीफा नहीं देते तो उन्हें बर्खास्त किया जाए। पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच जरूरी है, क्योंकि इसमें सत्ता से जुड़े ताकतवर लोग शामिल हैं। मामले में मुख्यमंत्री को अविलंब कार्यवाही करनी चाहिए इसके साथ ही संजय सिंह ने 1621 शिक्षकों के परिवारों को मुआवजा एवं नौकरी देने की मांग दोहराई। 
 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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