बहुचर्चित संजीव गुप्ता अपहरण कांड: 100 करोड़ की फिरौती मामले में आया नया मोड

punjabkesari.in Tuesday, Aug 01, 2017 - 07:23 PM (IST)

फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद के बहुचर्चित कथित संजीव गुप्ता अपहरण कांड जांच के बाद झूठा पाया गया। इस मामले में पुलिस ने संजीव गुप्ता, उसकी पत्नी सारिका गुप्ता समेत 4 लोगों को संगीन धाराओं में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि उद्यमी संजीव ने कर्जदारों से बचने और विरोधियों को फंसाने के लिए अपहरण का नाटक किया था। जांच के बाद अपहरण और फिरौती का नाटक पूरी तरह से फर्जी पाया गया है। उन्होंने बताया कि संजीव गुप्ता की योजना विदेश भागने की थी और इस लिए यह अपहरण का ड्रामा किया। उन्होंने बताया कि आरोपी पर करोडों रुपए का कर्ज था। कर्ज में दबे होने के कारण उसने अपनी पत्नी और रिश्तेदारों के सहयोग से अपहरण की सुनियोजित साजिश को अंजाम दिया था।

उन्होंने बताया कि चर्चित 100 करोड़ रुपए की फिरौती और अपहरण के मामले का पटाक्षेप करते हुए पुलिस ने संजीव गुप्ता उसकी पत्नी सारिका गुप्ता, भतीजा विकल्प गुप्ता और साले सागर गुप्ता को आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 469, 471, 500, 507, 120बी, 34, 182, 186, 187 के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।  कुमार ने बताया कि आरोपी पर झूठा, केस बनाकर ठगी करने, अपहरण का झूठा मुकदमा दर्ज कराने, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने एवं नकली दस्तावजों को असली रूप में प्रयोग करने, पुलिस के कार्य में बाधा डालने, पुलिस का सहयोग ना करने तथा किसी की ख्याति को चोट पहुंचाने सम्बंधी धाराएं लगाई है।

उन्होंने बताया कि संजीव गुप्ता के अपहरण के मामले में जुटाए गए तथ्यों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह पूरा प्रकरण को कूटरचित एक सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। इसका मास्टर माइंड उसका भतीजा विकल्प गुप्ता जो साइवर क्राइम एक्सपर्ट है, उसके द्वारा बनाई गई रणनीति के तहत संजीव गुप्ता की पत्नी सारिका गुप्ता और उसके भाई सागर गुप्ता ने इस पूरे प्रकरण में सहयोग कर घटना को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि अपहरण के समय संजीव गुप्ता जलेसर रोड पर एक सीसीटीवी फुटेज में अकेले गाड़ी चलाते हुए पाया गया था।