गोरखपुर में एक बार फिर उफान पर सरयू, 8 घंटे में बढ़ा 10 सेंमी जलस्तर; राप्ती नदी भी खतरे के निशान से पार

punjabkesari.in Saturday, Jul 20, 2024 - 03:22 PM (IST)

Flood in Gorakhpur: उत्तर प्रदेश में भारी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी की वजह से कई जिले बाढ़ से प्रभावित है। इन जिलों में गोरखपुर भी शामिल है। यहां 13 जुलाई को खतरे का निशान पार करने के बाद तेजी से नीचे आ रही सरयू नदी में एक बार फिर उफान आने लगा है। नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। आठ घंटे में नदी का जलस्तर 10 सेंटीमीटर बढ़ा गया है।

बाढ़ की चपेट में जिले के कई गांव
बता दें कि शुक्रवार शाम चार बजे अयोध्या पुल पर सरयू नदी खतरे के निशान से सिर्फ 31 सेंटीमीटर नीचे बह रही थी। आठ घंटे में नदी का जलस्तर 10 सेंटीमीटर बढ़ा है। सरयू का जलस्तर बढ़ने के साथ ही राप्ती नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने की आशंका है। अभी राप्ती नदी खतरे के निशान से 48 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। कुछ दिनों से नदी के जलस्तर में तेजी से गिरावट हो रही है। फिलहाल, जिले में अब भी 52 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। 16 जुलाई को 64 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके थे। कई गांवों से बाढ़ का पानी वापस जाने के बाद भी 69 हजार से ज्यादा आबादी अब भी पीड़ित है।

बाढ़ आने से फसलों का हुआ भारी नुकसान
जिले में 52 गांव बाढ़ की चपेट में होने के कारण फसलों का भी भारी नुकसान हुआ है। जानकारी के मुताबिक, 2426 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल में फसल को नुकसान पहुंचा है। प्रशासन की टीम बाढ़ वाले इलाकों में भूसा, अनाज आदि का वितरण कर रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांवों में पहुंचकर लोगों का उपचार कर रही हैं और राहत कार्य जारी है।

इन जिलों में भी आई बाढ़
प्रदेश के लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बलिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, बाराबंकी, सीतापुर, गोरखपुर, बरेली, मुरादाबाद और आजमगढ़ के कुल 923 गांवों की 18 लाख से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ और बारिश की वजह से अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। 


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Content Editor

Pooja Gill

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