काशी की तर्ज पर प्रयाग में भी बनेंगे पक्के घाट: सत्यपाल सिंह

punjabkesari.in Saturday, Mar 31, 2018 - 04:44 PM (IST)

इलाहाबादः केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि प्रयाग में भी काशी की तरह ही पक्के घाट बनाए जाएंगे और यहां पर पांच घाटों के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने 88 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। डॉ.सिंह ने गंगा स्वच्छता पखवारा के समापन अवसर पर आज संगम किनारे वीआइपी घाट पर आयोजित समारोह में कहा कि गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए सभी को आगे आना होगा।

केंद्र सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयास 
उन्होंने कहा कि गंगा की पवित्रता को लौटाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सभी प्रकार से प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंगा की पवित्रता को बरकरार रखने के लिए केवल बातों से काम नहीं चलने वाला है और न ही फोटो खिंचाने के लिए एक दिन झाडू उठाकर सफाई दिखाना होगा बल्कि इसके लिए ईमानदारी से जुडऩा होगा। सिंह ने कहा कि पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा के लिए अलग से मंत्रालय बनाया।

सफाई के लिए किसी कंपनी को ठेका दिए जाने की भी दी गई मंजूरी
गंगा की निरंतरता, निर्मलता और अविरलता के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। प्रयाग में भी गंगा घाटों समेत संगम की नियमित सफाई के लिए किसी कंपनी को ठेका दिए जाने की भी मंजूरी दे दी गई है। इसकी स्वच्छता बरकरार रखने के लिए पब्लिक का मूवमेंट कार्यक्रम बनाना होगा।  उन्होंने कहा कि गंगा के लिए जिस भी प्रोजेक्ट के प्रस्ताव मंडलायुक्त डॉ.आशीष कुमार गोयल की ओर से केन्द्र को भेजे जाएंगे, उसे निश्चित तौर पर स्वीकृति प्रदान की जाएगी। 

अविरलता के लिए लोगों को दिलाया संकल्प 
संगम पर आरएएफ,आईटीबीपी के जवानों के श्रमदान से अभिभूत केंद्रीय राज्यमंत्री ने उनके प्रति आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि अधिकारी या जवान के हाथों में लाठी या रायफल होती है लेकिन समय की जरूरत पड़े तो वह झाडू भी उठा सकते हैं। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि गंगा को हम मां कहते है। इसकी अविरलता और निर्मलता की बखान और भाषण तो बहुत करते हैं लेकिन जब समय आता है तो उसकी पवित्रता को भंग करने का भी काम कर देते हैं। उन्होंने गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए लोगों को संकल्प भी दिलाया। जबतक समाज के लोग यह सोचेंगे कि बाहर से लोग आकर सफाई करेंगे तब तक सफाई नहीं होगी इसके लिए हमें भावना के साथ जुडऩा होगा। 

गन्दगी खुद साफ करनी चाहिए
उन्होंने कहा कि गंगा की सफाई के लिए जावन या फिर कोई बाहर से आकर इसकी सफाई नहीं करेंगे। इसके लिए हमें खुद ही जुटना पड़ेगा। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का एक वाकया साझा करते हुए बताया, गांधी जी ने पत्नी कस्तूरबा गांधी से कहा कि हमे अपने घर की गन्दगी खुद साफ करनी चाहिए क्योंकि उसे हमने गन्दा किया है। बाहरी व्यक्ति उसकी सफाई अच्छी तरह से नहीं करेगा। क्या हम महात्मा गांधी से कुछ सीख सकते हैं। प्रदेश के प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के पास बजट की कमी नहीं है। बस गंगा को लेकर सभी लोग आगे आएं, जिससे पतितपावनी की निर्मलता और अविरलता को लौटाई जा सके। 

इस अवसर पर सांसद श्यामाचरण गुप्त, महापौर अभिलाषा गुप्ता, मंडलायुक्त डॉ.आशीष कुमार गोयल, जिलाधिकारी सुहास एलवाई, कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया, अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास आदि मौजूद रहे। 

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