बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, की बात करने वालों की सरकार में बच्चियाँ सुरक्षित नहीं, जांच हो: राजभर

punjabkesari.in Monday, Jun 22, 2020 - 03:33 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी कानपुर में 7 नाबालिग लड़कियों के प्रेग्नेंट होने पर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने यूपी सरकार पर सवाल खड़ा किया है। सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह मामले के बाद भी सरकार गंभीर नहीं हुई। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा का दावे खोखले नजर आ रहे हैं जो कि शर्मनाक हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से सभी बालिका गृहों की जांच की मांग की है।

राजभर ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कानपुर राजकीय बालिका गृह में 57 कोरोनो पाजि़टिव लड़कियों में 2 नाबालिग लड़कियाँ प्रेग्नेंट व कई एचआईवी से संक्रमित।’ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, की बात करने वालों के सरकार में राजकीय बालिका गृह तक की बच्चियाँ सुरक्षित नहीं हैं। प्रदेश के सभी बालिका गृह की जांच हो।’’

योगी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है, बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह मामले के बाद भी गंभीर नहीं हुई सरकार, जैसे कोई मामला सामने आ जाता है, अधिकारी लीपापोती करने में लग जाते हैं। बालिका गृह बन गया शोषण का अड्डा,सरकार चाहे नीतीश कुमार की हो या फिर योगी आदित्यनाथ की, महिला सुरक्षा के दावे खोखले ही नजऱ आते हैं। शर्मनाक...

गौरतलब है कि कानपुर जिले में राज्य सरकार द्वारा संचालित बालिका संरक्षण गृह में रहने वाली 57 लड़कियों में से सात गर्भवती पाई गई हैं। जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने इसकी पुष्टि करते हुए रविवार को बताया कि गर्भवती पाई गई 5 पांच लड़कियां संक्रमित भी पाई गई हैं। इन लड़कियों को आगरा, एटा, कन्नौज, फिरोजाबाद और कानपुर की बाल कल्याण समितियों द्वारा कानपुर रेफर किया गया था। उन्होंने बताया कि गर्भवती दो अन्य लड़कियां कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाई गई हैं और ये सभी लड़कियां जब कानपुर के बालिका संरक्षण गृह में लाई गई थीं उस समय भी गर्भवती थीं।


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Ajay kumar

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