'रक्तदान करके दूसरों की जान बचाना ही सबसे बड़ा दान'

punjabkesari.in Sunday, Oct 01, 2017 - 06:02 PM (IST)

लखनऊः विश्व रक्तदान दिवस के मौके पर राजधानी में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि रक्तदान करके दूसरों को जीवनदान देना ही सबसे बड़ा दान है। उन्होंने कहा कि रक्त, रक्त होता है फिर चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, सम्प्रदाय के व्यक्ति का हो या फिर किसी अमीर या गरीब का क्यों न हो। रक्त सभी का एक समान होता है, उसमें किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होता है।
                
रक्तदान सबसे बड़ा दान है
राज्यपाल राजभवन में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेमोरियल सोसाइटी एवं ट्रान्सफ्यूजन मेडिसिन विभाग, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ की ओर से आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज के लोगों में स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन अत्यन्त आवश्यक है।
               
रक्तबैंकों की ठीक से देखभाल की जाए
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविर लगाकर लोगों की सदियों से चली आ रही भ्रांतियों को दूर किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग रक्तदान करने के लिए प्रेरित हों। जितना अधिक रक्तदान किया जाएगा उतनी ही अधिक संख्या में लोगों की जान बचाई जा सकेगी। इसके साथ ही रक्तबैंकों की भी ठीक से देखभाल की जाए ताकि उसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी ना हो। रक्तबैंकों में हेर-फेर करना बहुत बड़ा पाप है।

रक्तदान समाज उपयोगी कार्य है
उन्होंने कहा कि अन्य दानों की अपेक्षा रक्तदान सबसे आसान होता है और यह समाज उपयोगी कार्य है। इस प्रकार के आयोजन से राजभवन की शोभा बढ़ती है तथा समाज में रक्तदान करने के प्रति जागरूकता आती है। समाज उपयोगी कार्यों में राजभवन का सहयोग अत्यन्त आवश्यक है। अभी कुछ दिन पहले भी इसी प्रकार का सम्मान समारोह का आयोजन राजभवन में किया गया था।