घोटालेबाजों ने फाइलों से रिकॉर्ड ही कर दिया गायब, किया 1 करोड़ 15 लाख का घोटाला

punjabkesari.in Thursday, Jun 14, 2018 - 05:38 PM (IST)

संतकबीरनगरः देश में घोटालों का इतिहास काफी लंबा है, उतनी ही लंबी इन घोटालों की सूची भी है। यहां तक कि वर्तमान में भी देश अरबों के घोटालों से जूझ रहा है। जिससे अर्थव्यवस्था को काफी चोट पहुंची है। ताजा मामला संतकबीरनगर जिले का है। जहां घोटालेबाजों ने फाइलों से रिकॉर्ड ही गायब कर दिया और 1 करोड़ 15 लाख के घोटाले को अंजाम दिया।

बता दें कि जिले के नगर पंचायत मगहर में वर्ष 2012 से लेकर अब तक एक विवाह घर का निर्माण एक करोड़ 15 लाख रूपए से कराया गया। वो वर्ष 2015 -16 में विवाह घर बनकर तैयार हो गया और इस विवाह घर की लागत एक करोड़ पन्द्रह लाख रूपए तय थी। इस विवाह घर का निर्माण पूर्व चैयरमैन अस्वनी गुप्ता के समय में कराया गया था और नगर के ही एक सामाजिक कार्यकर्ता अब्बुर रहमान ने नगर पंचायत मगहर से कुल 4 बिन्दुओं पर जनसूचना मांगी थी।

सुचना की कॉपी में प्रश्न और उत्तर करके विभाग द्वारा उक्त सामाजिक कार्यकर्ता को ये सुचना उपलब्ध कराया कि वर्ष 2012 से लेकर अबतक एक विवाह घर का निर्माण हुआ है। जिसको चन्द्रा कंट्रक्शन ठेकेदार के द्वारा कराया गया है, लेकिन विभाग द्वारा जनसुचना मांगने वाले सामाजिक कार्यकर्ता से सुचना के नाम पर 96 रूपए जमा तो कराये गए और नगर पंचायत मगहर द्वारा पत्रांक संख्या 465 ने विभाग ने स्पष्ट रूप से लिखा है कि मोहनलालपुर में बने विवाह घर का निर्माण की एम.बी की छाया प्रति विभाग में उपलब्ध नहीं है।

अब खुद ही समझा जा सकता है कि आखिर विभाग ने मोहनलालपुर मोहल्ले में बने विवाह घर में कितनी प्रदर्शित बरती है। इसका प्रमाण खुद ही विभाग ने जनसूचना में लिख रखा है। आखिर कहा गुम हो गई विभाग की एम.बी की कॉपी ये खुद ही विभागीय अधिकारी नहीं समझ पा रहे है और अब खोजबीन की बात कर रहे हैं। 

जबकि इस पुरे मामले पर नगर पंचायत मगहर के ईओ बीना सिंह की मानें तो विभाग में विवाह घर की एम.बी परतवली में उपलब्ध नहीं है और खोजबीन करने की बात कर रही है। इससे स्पष्ट होता है कि कहीं न कहीं विभाग खुद को और पूर्व चेयरमैन को बचाने का कार्य कर रहा है।

वहीं नगर पंचायत मगहर की तत्कालीन भाजपा चेयरमैन संगीता वर्मा की मानें तो एम.बी गायब है। उसकी जांच की जा रही है, लेकिन एम.बी कैसे गायब है, क्यों गायब है इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कर पा रही है। 

Tamanna Bhardwaj