चढ़ाई पर जाकर स्कूल बस के ब्रेक फेल, बाल-बाल बचे छात्र

punjabkesari.in Friday, Aug 25, 2017 - 11:30 AM (IST)

बांदाः स्कूल वाहनों की टेक्निकल फिटनेस की जांच में अनदेखी होने से बच्चों की जान पर जोखिम हमेशा से ही बना रहता है। ताजा मामला बांदा का है। जहां बच्चों को ले जा रही पुरानी स्कूल बस का चढ़ाई पर एक्सल टूटने से ब्रेक फेल हो गया। बस में बैठे मासूम छात्र बड़े हादसे का शिकार होते बाल-बाल बचे। गनीमत रही चालक की समझदारी से हादसा टल गया। बस बिजली के पोल और मकानों से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई।

चढ़ाई पर जाकर बस के ब्रेक फेल
जानकारी के मुताबिक मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के कैलाशपुरी मोहल्ले का है। जहां निजी स्कूल सेंट जेवियर्स की छुट्टी के बाद बस बच्चों को छोड़ने के लिए निकली थी। बस जैसे ही छोटी बाजार की ओर से कैलाश पुरी की चढ़ान पर पहुंची अचानक उसका ब्रेक फेल हो गया। बस में उस समय तकरीबन दर्जन भर से ज्यादा स्कूल के बच्चे और एक शिक्षिका बैठी हुई थी। बस के चालक संतोष को हड़बड़ाहट में कुछ नहीं सूझा तो उसने पीछे जा रही बस को रोड किनारे लगे विद्युत पोल की ओर मोड़ दिया। इससे बस पास  के मकान की टीन से टकराते हुए दूसरे मकान के बाहर चबूतरे को तोड़कर पोल से टकरा गई।

बड़ा हादसा होते-होते टला
हादसे में विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो गया वहीं टीन के साथ एक तख्त और साइकिल भी टूट गई। हालांकि बस में सवार बच्चे और सभी लोग बड़े हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि गनीमत रही कि विद्युत पोल से टकराने पर बस में करंट नहीं फैला। इससे बच्चे सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए।

वाहन की जांच के आदेश
आरटीओ विभाग व स्कूल प्रशासन के नियमित वाहनों की फिटनेस न चेक कराने से इस तरह के हादसों का मुंह देखना पड़ता है। जहां कागजों में तो सब फिट रहता है वहीं वाहन ठीक न होने से दुर्घटना का खतरा बना रहता है। इस संबंध में आरटीओ का कहना है कि प्रत्येक स्कूल वाहन को टेक्निकल फिटनेस के बाद ही परमिट दिया जाता है। जो वाहन दुर्घटना ग्रस्त हुआ है उसकी जांच कराई जाएगी।