UP में बेहतर हुआ स्कूली शिक्षा का प्रदर्शन, परफॉरमेन्स ग्रेडिंग इन्डेक्स में मिला ग्रीन श्रेणी, जानें अन्य राज्यों का हाल

punjabkesari.in Monday, Jun 07, 2021 - 08:10 PM (IST)

लखनऊ:  भारत-सरकार द्वारा जारी स्कूली शिक्षा में होने वाले बदलावों को लेकर परफारमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स में उत्तर प्रदेश ने वर्ष 2019-20 में ग्रेड 1 ग्रीन श्रेणी में स्थान हासिल किया है जबकि की रैकिंग वर्ष 2017-18 में (रेड) और 2018-19 में ग्रेड-3 (येलो) श्रेणी था। यह जानकारी बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डॉक्टर सतीश चन्द्र द्विवेदी ने दी । उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन से प्रदेश के रैंकिंग, जिसमें महत्वपूर्ण सुधार करते हुए उत्तर प्रदेश ग्रेड-1 श्रेणी में स्थान हासिल किया है।

UP ने की उल्लेखनीय प्रगति
उन्होंने बताया कि  ग्रेड-1 में (ग्रीन) श्रेणी में उत्तर प्रदेश के साथ आन्ध्र प्रदेश, दमन एण्ड दीव, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, उडीसा,त्रिपुरा एवं पश्चिम बंगाल राज्य भी सम्मिलित हैं। द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा संचालित राज्यव्यापी कार्यक्रमों एवं सतत् प्रेरणादायक मार्गदर्शन में प्रदेश द्वारा पीजीआई के सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार किया गया है, जिसके फलस्वरूप उत्तर प्रदेश का स्कोर पूर्व के वर्ष 2017-18के 603 अंकों से बढ़कर वर्ष 2019-20 में 804 हुआ है। जारी की गयी रैंकिंग में प्रदेश द्वारा सभी मानकों सीखने के परिणाम, पहुंच , सुविधाओं एवं इक्विटी तथा शासन प्रक्रियाओं में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की गयी है।

उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा जारी पीजीआइ में लर्निंग आउटकम के लिये 180, एक्सेस के लिये 80, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं सुविधाओं के लिये 150, इक्विटी के लिये 230 एवं गवर्नेस प्रक्रियाओं के लिये 360 अंक निर्धारित हैं। इन बिन्दुओं पर सतत् अनुश्रवण करते हुए नेतृत्व प्रदान किया जा रहा है। यह उपलब्धि विभिन्न क्षेत्रों में सतत् प्रयास के फलस्वरूप हासिल की गयी है। द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा जून, 2018 में ‘आपरेशन कायाकल्प' की शुरूआत की गयी,जिसके तहत विद्यालयों की अवस्थापना सुविधाओं में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। गवर्नेन्स एवं गुणवत्ता सुधार के लिए योगी ने सितम्बर, 2019 में ‘मिशन प्रेरणा' का शुभारम्भ किया गया।

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दिव्यांग बच्चों के लिये ‘समर्थ' कार्यक्रम एवंआउट-आफ-स्कूल बच्चों के लिये ‘शारदा' कार्यक्रम की शुरूआत की गयी, जिसके परिणाम इक्विटी रैंकिंग में हुए। डिजिटल लर्निंग के लिये ‘दीक्षा', ‘रीड एलांग ऐप' एवं अन्य कार्यक्रमों के माध्यम सेविविध एवं गुणवत्तायुक्त शैक्षणिक कन्टेंट बच्चों तक उपलब्ध कराये गये हैं, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश की रैंकिंग में अपेक्षित सुधार सुनिश्चित हुआ है।


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Content Writer

Moulshree Tripathi

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