जनवरी 2024 में होगी रामलला की गर्भ गृह में प्राण प्रतिष्ठा, कर्नाटक और राजस्थान के मूर्तिकार तैयार कर रहे हैं मूर्ति

punjabkesari.in Wednesday, May 31, 2023 - 11:16 AM (IST)

अयोध्याः श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठित होने वाले रामलला की मूर्ति का निर्माण पूजन अर्चन के बाद अयोध्या में शुरू हो गया है। राम लला की 3 मूर्तियां बनाई जा रही है जिसमें से दो कर्नाटक के मूर्तिकार तैयार कर रहे हैं, यह पत्थर भी कर्नाटक से आए हैं। जबकि एक मूर्ति राजस्थान के पत्थरों से वहीं के मूर्तिकार तैयार कर रहे हैं। इसी के साथ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने साफ कर दिया है कि दिसंबर तक मंदिर का प्रथम तल और उसकी साज-सज्जा पूरी हो जाएगी क्योंकि मकर संक्रांति यानि 15 जनवरी 2024 आने में केवल 15 दिन शेष रहेंगे। क्योंकि 14 जनवरी के बाद जब सूर्य उत्तरायण में होंगे उसी के बाद मकर संक्रांति से प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजन अर्चन शुरू होगा और उसी समय राम लला की प्राण प्रतिष्ठा भी होगी। प्रथम तल का निर्माण होने के बाद मंदिर के द्वितीय और तृतीय तल का निर्माण कार्य निरंतर चलता रहेगा। रामलला के मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचने के लिए कुल 34 सीढ़ियां होगी और वृद्धजनों के लिए लिफ्ट की भी व्यवस्था होगी।



कर्नाटक-राजस्थान के मूर्तिकार बना रहे मूर्ति
कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार डॉ गणेश भट्ट और उनके शिष्य विपिन भदोरिया, कर्नाटक की एक पत्थर से रामलला की मूर्ति बना रहे हैं तो कर्नाटक के दूसरे पत्थर से कर्नाटक के ही जाने-माने मूर्तिकार अरुण योगिराज दूसरी रामलला की मूर्ति बना रहे हैं। तीसरी रामलला की मूर्ति राजस्थान के पत्थरों से बन रही है जिसको जयपुर के मूर्तिकार सत्यनारायण पांडे और उनके पुत्र तैयार कर रहे हैं। इसी के साथ मंदिर के परकोटे के बाहर बनने वाले 7 अन्य मंदिरों पर भी चर्चा शुरू हो गई है।



जनवरी 2024 में होगी रामलला की गर्भ गृह में प्राण प्रतिष्ठा
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की माने तो दिसंबर तक रामलला के मंदिर का प्रथम फ्लोर बनकर तैयार हो जाएगा और उसकी फिशिंग भी हो जाएगी। एक बार फिर राम मंदिर ट्रस्ट ने साफ कर दिया है कि जनवरी 2024 में रामलला के गर्भ गृह में उनकी प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम मकर संक्रांति यानि 15 जनवरी 2024 से शुरू हो जाएगा।

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Ajay kumar