कमरें में बेटी की ऐसी हालत देखकर मां को आया हार्ट अटैक, छोटी बेटी ने भी किया ये...

punjabkesari.in Friday, Jan 12, 2018 - 01:37 PM (IST)

इलाहाबादः उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां कुंजनलाल के परिवार में दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा। जहां एक युवती ने कमरे के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी और उसी बेटी के सदमे में मां की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मां और बहन की आंखों के सामने लाश देख छोटी बहन खुद को संभाल नहीं सकी। उसने जान देने के लिए छत से छलांग लगा दी। स्थानीय लोगों ने युवती को आनन-फानन में अस्पताल भर्ती कराया। जहां युवती जिन्दगी और मौत के बीच लड़ रही है।

जानकारी के मुताबिक घटना खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के लूकरगंज इलाके की है। यहां रहने वाले कुंजनलाल के परिवार में यह हादसा हुआ है। कुंदनलाल की तो कई साल पहले मौत हो चुकी थी। उनकी पत्नी श्यामकली अपने तीन बेटों और तीन बेटियों के साथ यहां रहती थी। तीन बेटियों में सबसे बड़ी बेटी रेनू ने कमरे के अंदर काफी देर से कैद थी। मां के कई बार आवाज देने के बाद भी जब वह बाहर नहीं आई तो मां रेनू को आवाज देती हुई उसके कमरे में गई। रेनू से छोटी बेटी रीता का शव फांसी के फंदे पर झूल रहा था। जिसे देखते ही श्यामकली की हालत बिगड़ गई और अचानक आए हार्ट अटैक से श्यामकली ने दम तोड़़ दिया।

बेटी के सदमें में श्यामकली की मौत के बाद छोटी बेटी सुनीता बदहवास हो गई वह रोते बिलखते हुए पूरी तरह टूट गई। उसने भी आत्मघाती कदम उठाते हुए छत से छलांग लगा दी और गंभीर रूप से घायल हो गई। फिलहाल सुनीता की हालत नाजुक है और वह एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती है। इस हादसे की सूचना जैसे ही मोहल्ले में फैली हड़कंप मच गया। लोगों की भारी भीड़ घर के बाहर छुट गई। आनन फानन में परिजनों ने अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया और पुलिस के पहुंचने से पहले ही दोनों श्मशान घाट लेकर चले गए जब घर पर पुलिस पहुंची और पूछताछ शुरू हुई तो परिजनों ने चुप्पी साध ली।

कोई भी रीता( 22) की मौत की जानकारी देने से बचता रहा। रीता की मौत कैसे कोई यह अभी तक पुलिस पूछताछ में रहस्य बना हुआ है। पुलिस का कहना है कि पड़ोसी बता रहे हैं कि रीता ने फांसी लगा ली जिसे देखने के बाद सदमे में मां श्यामकली को दिल का दौरा पड़ा और उनकी जान चली गई। हालांकि पुलिस जब मौके पर पहुंची तो दोनों शवों को परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया था और कोई शिकायत या तहरीर ना मिलने के कारण आगे जांच की संभावना नहीं बनी।