यूपी बार काउंसिल अध्यक्ष पर लगे गंभीर आरोप, कार्य करने पर लगी रोक

punjabkesari.in Saturday, May 16, 2020 - 04:51 PM (IST)

प्रयागराजः बार काउंसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष मनन मिश्र ने उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष हरि शंकर सिंह को अध्यक्ष पद पर रहकर कार्य करने पर रोक लगा दी है। बीसीआई अध्यक्ष ने 14 मार्च के बाद इनके द्वारा जारी सभी आदेशों को स्थगित करते हुए उन्हें बार काउंसिल की आम सभा में रखने का निर्देश दिया है।

अध्यक्ष सिंह से पद का दुरुपयोग करने तथा गवन करने के आरोपो की 10 दिन में बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने सफाई देने को कहा है। सिंह के खिलाफ बार काउंसिल आफ यूपी के सदस्यों की शिकायत पर बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने कार्रवाई की है। इस बीच अध्यक्ष पद का कार्य यूपी बार काउंसिल के उपाध्यक्ष देवेन्द्र मिश्र नगरहा देखेंगे।

आरोप है कि सिंह ने 15 मई को 72 लाख के गवन के आरोपी सचिव राम जीत सिंह यादव का निलंबन रद्द करते हुए बहाल कर दिया था। स्थगित आदेशों में इसका भी जिक्र है। यूपी बार काउंसिल के उपाध्यक्ष देवेन्द्र मिश्र नगरहा को अध्यक्ष का कार्यभार सौंपा गया है। बार काउंसिल आफ इंडिया के सचिव श्रीमन्तो सेन ने हरि शंकर सिंह को नोटिस जारी कर सदस्यों द्वारा उनके खिलाफ लगाये गये आरोपों की 10 दिन के भीतर सफाई मांगी है।    

पूर्व अध्यक्ष सिंह पर आरोप है कि उन्होंने बिना किसी प्राधिकार के ऐसे लिपिक के जरिए संयुक्त रूप से बैंक खाता खुलवाया जिसे ऐसा करने का अधिकार नहीं है। इस खाते में पंजीकरण से प्राप्त लाखों रूपये जमा कराये। बिना बार काउंसिल की सहमति के निलंबित सचिव को मनमाने ढंग से बहाल कर दिया, जो उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की जांच मे 72 लाख रुपये के गवन के दोषी पाये गये हैं। बार काउंसिल आफ इंडिया ने इन सभी आरोपो की सिंह से सफाई मांगी है।  

ग़ौरतलब है कि उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के आठ सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ बी सी आई चेयरमैन को पत्र लिखा। प्रदेश के बार काउंसिल आफ इंडिया के सदस्य श्रीनाथ त्रिपाठी ने इस पर कार्रवाई की मांग की। पत्र में लिख गया कि अध्यक्ष सिंह पद का दुरुपयोग कर मनमानी पर उतारू है। उनका कार्यकाल आठ जून को समाप्त हो रहा है। चुनाव के लिए बैठक बुलाने से सिंह ने लॉकडाउन का बहाना बता इंकार कर दिया है। बार काउंसिल के अध्यक्ष लूट मे लगे हैं। बिना अधिकार के निलंबित सचिव को मनमाने ढंग से बहाल कर दिया। इस पर तत्काल कार्रवाई की जाय। जिस पर भारतीय विधिज्ञ परिषद के अध्यक्ष मनन मिश्र ने सख्त कार्रवाई की है।


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Tamanna Bhardwaj

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