चाहत हत्याकांड का फरार आरोपी शाहरुख पुलिस मुठभेड़ में घायल, तमंचा व छुरा बरामद, बोला- मैंने सिर्फ काटी थी गर्दन
punjabkesari.in Tuesday, Jul 02, 2024 - 01:37 AM (IST)
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Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद पुलिस ने सोमवार को चाहत हत्याकांड के फरार दूसरे अभियुक्त को मुठभेड़ के दौरान घायल कर गिरफ्तार कर लिया है। जिसके पास से पुलिस ने चाहत हत्याकांड में इस्तेमाल आलाकत्ल एक छुरी, एक तमंचा और कुछ कारतूस भी बरामद किए हैं।
बता दें कि बीती 27 जून को मुजफ्फरनगर जनपद की नगर कोतवाली पुलिस ने अरबाज नाम के एक व्यक्ति को उस समय मुखबिर द्वारा सूचना पर नियाजीपुरा गांव में स्थित काली नदी से गिरफ्तार किया था जब वह अपनी पत्नी की लाश को अपने एक साथी के साथ ठिकाने लगा रहा था। इस दौरान मौके से जहां अरबाज का साथी शाहरुख भागने में कामयाब हो गया था तो वहीं मौके से पुलिस ने अरबाज की पत्नी की लाश भी एक बोरी से बरामद की थी जिसकी गर्दन और हाथ के पंजे काटकर हत्या की गई थी। उस दौरान गिरफ्त में हत्यारे पति अरबाज ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि उसकी पत्नी के किसी अन्य व्यक्ति से अवैध संबंध थे और वह ज्यादा खर्चा भी करती थी। जिससे परेशान आकर उसने अपने साथी शाहरुख के साथ मिलकर अपनी पत्नी चाहत की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद सबूत मिटाने को लेकर इन दोनों के द्वारा चाहत की गर्दन और हाथ के पंजे काटकर जहाँ दूसरी जगह ठिकाने लगा दिए थे तो वहीं अरबाज और शाहरुख चाहत के शव को बोरी में भरकर काली नदी में ठिकाने लगा आए थे। लेकिन एक सप्ताह बाद जब उन्होंने काली नदी पर जाकर देखा तो चाहत का शव पानी में ऊपर आ गया था। जिसके चलते शव को पानी में बहने के लिए अरबाज और शाहरुख 27 जून की रात फिर से काली नदी पर पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस ने जहां अरबाज़ को मौके से गिरफ्तार कर लिया था तो वहीं शाहरुख अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गया था, जिसे सोमवार को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान घायल कर गिरफ्तार कर लिया है।
शाहरूख और अरबाज के बयान में तालमेल नहीं
गौरतलब है कि चाहत हत्याकांड में पुलिस अभी तक ना तो यह पता लगा पाई है कि आखिरकार चाहत कहां की रहने वाली थी और ना ही अभी तक चाहत की गर्दन और हाथ के पंजे ही पुलिस बरामद कर पाई है। ये ही नहीं अभी तक तो ये भी साफ नहीं हो पाया है कि चाहत किस धर्म से थी। बरहाल उस दौरान हत्यारे पति अरबाज ने पुलिस पूछताछ में चाहत को उत्तराखंड के कोटद्वार की बताया था। लेकिन सोमवार को मुठभेड़ में घायल हुए हत्यारे पति अरबाज के साथी शाहरुख ने मीडिया को कैमरे पर बताया कि डेढ़ लाख रुपए के लालच में उसने चाहत की हत्या में अरबाज का साथ दिया था। उसने बताया कि अरबाज ने पहले गला घोंट कर चाहत की हत्या की थी उसके बाद उसकी गर्दन और हाथ के पंजे मैंने काटे थे। साथ ही शाहरुख ने बताया कि चाहत रुड़की की तरफ की रहने वाली थी।
पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता
घटना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए सीओ सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि 27 जून को एक हत्या का मामला शहर कोतवाली पुलिस के सामने आया था जिसमें एक लड़की की बॉडी के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे उसमें जो एक अभियुक्त अरबाज था उसको तो पुलिस ने उस समय गिरफ्तार कर लिया था और जो उसमें दूसरा अभियुक्त शाहरुख था वह फरार चल रहा था। जिसके लिए पुलिस ने अपने सूचना तंत्र को एक्टिव कर रखा था। इसीक्रम में सोमवार को पुलिस को यह सूचना प्राप्त हुई कि दूसरा अभियुक्त शाहरुख नियाजीपुरा चरथावल रोड की तरफ आ रहा है। इस सूचना पर विश्वास करते हुए पुलिस पार्टी तैनात थी तों जैसे ही उन्हें आगे से शाहरुख आता हुआ दिखा तो शाहरुख ने पुलिस को देखकर उनके ऊपर फायर किया। वहीं इस दौरान पुलिस ने उसको रूकने के लिए भी कहा लेकिन वह रुका नहीं और दौड़ता हुआ इस फील्ड की ओर आया और फिर उसने पुलिस के ऊपर एक और फायर किया तो पुलिस ने आत्मरक्षा में उसके ऊपर फायरिंग की जिससे कि उसके पैर में गोली लग गई।उसके पास से तमंचा व कुछ कारतूस बरामद हुए हैं एवं उसके अलावा इससे एक छोटी बरामद हुई है जिस पर लाल रंग लगा हुआ है और यह एक बहुत ही बड़ी सफलता है। उन्होंने बताया कि मात्र चार दिनों के अंदर थाना कोतवाली पुलिस ने हत्या की घटना का सफल और संपूर्ण अनावरण किया है। यह हत्या बहुत ही बर्बरता पूर्वक की गई थी एवं बॉडी को अलग-अलग पीस में काटकर एक बोरे में डालकर काली नदी में फेंक दिया गया था। यह पूछताछ करने के बाद जानकारी मिल जाएगी बाकी बॉडी के पार्ट्स तो मिल गए थे और बाकी हाथ और पंजों के पार्ट्स के लिए इनसे इसे इंट्रोडक्शन की जाएगी और पता किया जाएगा।
मैंने अरबाज को बेदखल कर दिया था: पिता
इस मामले में अगर चाहत के हत्यारे पति अरबाज के पिता इस्लाम की मानें तो मेरे लड़के का नाम अरबाज था। इस बारे में हमें कुछ पता नहीं है। वह हमारे साथ नहीं 8-10 महीने से अलग रहता था। पहले वह दूध की डेरी पर बैठा करता था अब पता नहीं क्या कर रहा था क्या नहीं और मैंने उसे बेदखल कर दिया था। उसने जो भी किया गलत किया लेकिन हमें कुछ पता नहीं था। कुछ भी हों हम तो यह कहते हैं जब उसने किया है तो अब जेल में पड़ा रहे।