सिद्धू मुसेवाला मर्डर के लिए बुलंदशहर के शाहबाज ने लारेंस गैंग को सप्लाई किए थे असलहे, NIA ने किया गिरफ्तार

punjabkesari.in Saturday, Dec 10, 2022 - 11:11 AM (IST)

लखनऊ: पंजाबी सिंगर सिद्धू मुसेवाला के मर्डर के लिए हथियार सप्लाई करने वाले बुलंदशहर के मोहम्मद शाहबाज अंसारी उर्फ शहजाद को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अरेस्ट कर लिया। एजेंसी के अनुसार शाहबाज ने लारेंस बिश्नोई गिरोह को असहलों व गोला-बारूद की सप्लाई की थी, जिनका प्रयोग पंजाबी गायक सिद्धृ मूसेवाला की हत्या में हुआ था।

बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया शाहबाज
एनआइए ने शाहबाज को गुरुवार को बुलंदशहर से गिरफ्तार किया था और अपने साथ ले गई। आपराधिक सिंडीकेट मामले की जांच में एनआइए ने यह नौवें आरोपित की गिरफ्तारी की है। शाहबाज से जुड़े कुछ अन्य संदिग्धों के बारे में भी पड़ताल की जा रही है। एनआइए के अनुसार शाहबाज बुलंदशहर के खुर्जा नगर क्षेत्र स्थित शेख साहिबान नगर का निवासी है। छानबीन में उसकी भूमिका सामने आने पर एनआइए ने कार्रवाई के कदम बढ़ाये। जांच में पता चला था कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में प्रयोग असलहों की सप्लाई बुलंदशहर के शाहबाज ने की थी।

हथियारों की सप्लाई के धंधे से जुड़ा शहजाद का पूरा खानदान 
शहजाद का पूरा खानदान हथियारों की सप्लाई के धंधे से जुड़ा है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि शाहबाज के पिता और चाचा 2016 में 10 पिस्टल्स के साथ पकड़े गए थे। जो पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत लाई गई थीं। इस परिवार ने काली कमाई से करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित कर ली है। 18 अक्टूबर 2022 को एक छापे में ऐसी कुछ संपत्तियों के दस्तावेज NIA को भी मिले हैं।

शाहबाज के घर से कई आपत्तिजनक दस्तावेज, लेख, अपराध की काली कमाई बरामद
एनआइए ने इससे पूर्व 18 अक्टूबर, 2022 को शाहबाज के घर की तलाशी भी ली थी। तब एजेंसी को उसके घर से कई आपत्तिजनक दस्तावेज, लेख, अपराध की काली कमाई से जुटाई गईं संपत्तियों के दस्तावेज, कई डिजिटल उपकरण तथा स्टार ब्रांड की पिस्टल मिली थी। एनआइए का कहना है कि लारेंस बिश्नोई गिरोह देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़े हमलों व घटनाओं की तैयारी में था। इसके लिए फंडिंग के साथ ही युवाओं को गिरोह में शामिल किया जा रहा था। शाहबाज भी इसी के तहत गिरोह में शामिल किया गया था।

जानने योग्य है कि मामले में पहले दिल्ली की लोधी कालोनी स्थित स्पेशल सेल थाने में चार अगस्त, 2022 को एफआइआर दर्ज की गई थी। बाद में आपराधिक सिंडीकेट मामले की जांच एनआइए ने अपने हाथ में ले ली थी। एनआइए ने इस मामले में 26 अगस्त, 2022 को केस दर्ज किया था। एनआइए ने इसी मामले में पूर्व में सिंडीकेट से जुड़े तीन नेताओं को भी गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया था कि आपराधिक सिंडीकेट मादक पदार्थों व असलहों की तस्करी से भी रकम जुटा रहा है। उसका मकसद देश में आतंकी घटनाएं करवाना था।


 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj