कानपुर मुठभेड़: शहीद नेबू लाल के परिजन बोले- विकास दुबे के एनकाउंटर से कई राज दफन
punjabkesari.in Friday, Jul 10, 2020 - 07:13 PM (IST)
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या का आरोपी हिस्ट्रशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद हंडिया के शहीद पुलिसकर्मी नेबू लाल के परिजनों ने योगी सरकार की सरहाना करते हुए धन्यवाद दिया और कहा कि उसकी मृत्यु से कई राज दफन हो गये हैं।
बता दें कि हंडिया के नब्बे चौराहा गांव निवासी शहीद उप निरीक्षक नेबू लाल बिंद कानपुर में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के साथ मुठभेड़ में मारे गये आठ पुलिसकर्मियों में से एक थे। उनके भाई जय प्रकाश ने कहा कि योगी जी ने कहा था कि ‘‘अपराधी चाहे कितना रसूख वाला क्यों नहीं हो, बख्शा नहीं जाएगा।'' उन्होंने उसको करके दिखाया है। अपराधी की मौत की खबर सुनने के बाद उनकी आत्मा का शांति मिली है। उन्होंने कहा कि राज खुलने से पहले ही दफन हो गये।
जय प्रकाश ने रूंधे गले से बताया कि उसके साथ पुलिस ने क्या किया, कैसे हुआ इससे हमें कुछ लेना देना नहीं लेकिन मेरे परिवार के साथ शहीद पुलिस कर्मियों के परिवार में जो रिक्तता आयी, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती है। इसमें सबसे बड़े दोषी पुलिस मुखबिर हैं जिन्होंने अपने ही लोगों के साथ विश्वासघात करके अपराधी विकास दुबे तक छापा मारने की खबर पहले पहुंचा दी। उन्हें भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार से गुजारिस है कि जो भी विकास के संरक्षण दाता थे, उनके साथ कोई नरमी नहीं बरती जानी चाहिए। हिस्ट्रीशीटर से मोस्टवान्टेड बना विकास दुबे को किसका संरक्षण प्राप्त था, इस गठजोड़ में कौन-कौन शामिल थे,यह सब राज उसकी मौत के साथ दफन हो गये। उन्होंने कहा कि पुलिस यदि इसे न्यायालय में ले जाती तो शायद बड़ी-बड़ी बातें करने वालों के चेहरे बेनकाब हो जाते, शायद इसीलिए इसकी कुर्बानी जरूरी हो गयी थी।
गौरतलब है कि आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर ला रही पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) का वाहन बरर क्षेत्र के अंतर्गत कानपुर भौंती मार्ग में पलट गया। हादसे के बाद भाग रहे विकास की पुलिस की गोली लगने से मृत्यु हो गयी। उसे सुबह अदालत में पेश करना था। पिछले गुरूवार की देर रात कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने घात लगाकर हमला कर दिया जिसमें बिल्हौर पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र कुमार मिश्र समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गये और सात घायल हो गये थे।