Shahjahanpur: महिला कैदियों के बच्चों के लिए अनूठी पहल, जिला कारागार में ‘बालबाडी एवं बालक्रीडा केंद्र’ का निर्माण

punjabkesari.in Monday, Mar 13, 2023 - 12:53 AM (IST)

शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जेल में स्वयंसेवी संगठन के सहयोग से महिला बंदियों के साथ रह रहे बच्चों हेतु "बालबाडी एवं बालक्रीडा केंद्र" का निर्माण किया जा रहा है। इस केन्द्र में महिला बंदियों के साथ रह रहे बच्चों के सर्वांगीण विकास पर कार्य किया जायेगा। जिसमें उनके लिए शिक्षा सम्बन्धित अत्याधुनिक उपकरणों से उनके लिए शिक्षा का सुन्दर वातावरण तैयार किया जायेगा ताकि बच्चे स्वप्रेरणा से सीखने के लिए उत्साहित व आकर्षित हों। जिसमें विभिन्न प्रकार के खिलोनों से खेलते खेलते सीखना, आकर्षक पोस्टरों व चित्रों से सीखना। बाल मनभावन सुन्दर कुर्सियों व मेजों तथा विभिन्न झूलों व खिलोनों से उनके मानसिक, शारीरिक व मनोवैज्ञानिक विकास पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा। ताकि उनमें जेल की चाहरदीवारी के का कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। उनके खेलने के लिए एक हरी घास व पुष्प युक्त पौधों से सुन्दर वाटिका तैयार की जा रही है जिसमें झूले स्थापित किए जायेंगे।

बच्चों को नियमित शिक्षण कार्य व अभ्यास के लिए बेसिक शिक्षा विभाग से जिला मजिस्ट्रेट महोदय व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से अनुरोध कर एक महिला अध्यापक की तैनाती कराई गई है। साथ ही महिला बंदियों में भी प्रशिक्षित अध्यापक हैं, उन्हें भी शिक्षण कार्य दिया गया है। जेल में महिला बंदियों के साथ रह रहे बच्चे कम उम्र के कारण तथा मां के जेल में निरुद्ध हो जाने के कारण उन्हें भी जेल में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है जबकि अपराध से उनका कोई लेना देना नहीं है। वह बिल्कुल बेगुनाह हैं। उनके जेल में रहने से उनके भविष्य पर कोई विपरीत प्रभाव न पड़े, तथा उन्हें बालसुलभ खेलने, खाने, पहनने व पढ़ने का अच्छा वातावरण मिले, यह सुनिश्चित करने हेतु यह कदम उठाए जा रहे हैं। उन्हें खाने हेतु नियमित खाने के अतिरिक्त पौष्टिकता दूध, फल, बिस्कुट उपलब्ध कराए जाते हैं।

समाजसेवियों व स्वयंसेवी संगठनों के सौजन्य से कपड़े, जूते, मौजे उपलब्ध कराए जाते हैं। उन्हें नियमित रूप से बालसुलभ खाद्य पदार्थ मिष्ठान, चाकलेट, चिप्स, कुरकुरे, ठण्डे पेयपद्धार्थ भी उपलब्ध कराए जाते हैं। उन्हें शीघ्र ही शहर के प्रमुख पार्कों, दर्शनीय स्थलों की भी सैर कराई जायेगी। बालबाडी व बालक्रीडा केंद्र की स्थापना की कड़ी में स्वयं सेवी संगठन "मानव कल्याण वेल्फेयर सोसाइटी" के सौजन्य से विभिन्न सामग्री कारागार को प्राप्त कराई गई। संगठन के प्रदेशाध्यक्ष एवं व्यवसायी आशीष पाण्डेय ने अपने प्रतिनिधि पवन दुबे के द्वारा उक्त सामग्री कारागार पर प्राप्त हुई। संगठन के प्रदेशाध्यक्ष आशीष पाण्डेय व जिला अध्यक्ष सुव्रत शुक्ला द्वारा यह आश्वासन दिया गया है कि बालबाडी व बालक्रीडा केंद्र के लिए जो भी आवश्यकतानुसार मदद की जरूरत होगी वह पूरी की जायेगी।

जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि बच्चे देश का भविष्य हैं उनको योग्य व शिक्षित कर उनका सर्वांगीण विकास कर स्वावलंबी बनाना है। तथा अन्य सभी बंदियों को भी शिक्षित व कौशल विकास कर आत्मनिर्भर बनाकर, अपराध से विमुख कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ना उद्देश्य है।

Content Writer

Mamta Yadav