जनाक्रोश रैली में बोले शिवपाल-जाति के आधार पर स्वर्णों को भी मिले आरक्षण

punjabkesari.in Sunday, Dec 09, 2018 - 05:34 PM (IST)

लखनऊः कई वर्षों से सपा के साथ जुड़े शिवपाल सिंह यादव ने नई पार्टी प्रसपा (प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया) का गठन कर 2019 को चुनावों का बिगुल फूंक दिया है। अपनी पार्टी को मजबूती देने के लिए शिवपाल ने रविवार को लखनऊ के रमाबाई आंबेडकर में जनाक्रोश रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब से बीजेपी की सरकार बनी तब से सब लोग दुखी हैं। वहीं आरक्षण पर बोलते हुए कहा कि जाति के आधार पर स्वर्णों को भी आरक्षण मिलना चाहिए। 

शिवपाल ने अपनी पार्टी की पहली रैली, ‘जनाक्रोश महारैली’ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भाजपा ने देश को कमजोर किया है। हम भाजपा को देश और प्रदेश से हटाएंगे। हम शांति और भाईचारा चाहते हैं लेकिन सांप्रदायिक लोग दंगे भड़काना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1992 में तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा सुरक्षा की गारंटी का हलफनामा देने के बावजूद बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया गया था। वह देश में फिर से वही आग फैलाना चाहती है। आज लोग मुसलमान का नाम लेने में घबराने लगे हैं। शिवपाल ने कहा कि ‘‘पिछली 25 नवम्बर को अयोध्या में ‘धर्म सभा’ के नाम पर माहौल खराब करने की कोशिश की गई थी लेकिन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के लोग सडक़ों पर निकल पड़े थे कि हम अयोध्या में दंगा नहीं होने देंगे।’’    

उन्होंने कहा,‘‘वर्तमान की बेईमान, निकम्मी और झूठी सरकार को हटाने की आवश्यकता है। हम और नेता जी (सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव) मुसलमानों के साथ खड़े हैं। हम कर्मचारियों को पुरानी पेंशन भी देना चाहते हैं। वायदा करते हैं कि हम पुरानी पेंशन दिलाने का काम करेंगे। संविदार्किमयों को भी समायोजित करने की दिशा में वह गंभीरता से प्रयत्न करेंगे। उन्होंने नारेबाजी के बीच आश्वासन दिया कि नौजवानों के लिए रोजगार की वह व्यवस्था करेंगे। रैली स्थल रमाबाई आंबेडकर मैदान पूरी तरह भरा हुआ था। मैदान के बाहर की सडक़ों पर भी जनसैलाब उमड़ा था।

शिपाल ने कहा कि देश को कब्जे और कर्जे से मुक्त होना चाहिए। किसान, मजदूर, अल्पसख्यंक हर वर्ग के लोग यहां मौजूद हैं। आज समाजिक न्याय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम नेता जी(मुलायम यादव) के साथ सपा में रहना चाहते थे, लेकिन हमारी उपेक्षा हुई जिस वजह से हमें अलग होना पड़ा। उन्होंने कहा कि हमने नेता जी के साथ 40 साल काम किया है। नेता जी हमारे आर्दश हैं। 

वहीं मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव ने जनाक्रोश रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि रैली में उमड़ा जनसैलाब उदाहरण है कि शेर को चोट नहीं देनी चाहिए। लोहिया जी को चोट मिली तो जनसैलाब आया, नेता को चोट पहुंची तो तमाम पार्टियों को उखाड़ फेंका। अब चाचा को चोट पहुंची है तो आप समझ सकते हैं कि क्या होने वाला है। आज का जनसैलाब इसका प्रमाण है कि शेर को चोट नहीं देनी चाहिए।

बता दें कि सभा के शुरू होने से पहले मुलायम सिंह यादव मंच पर पहुंच गए थे। मुलायम के आते ही सभा में कार्यकर्ता जोश से भर उठे। इस सभा में मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, अपर्णा यादव, राज्यसभा सांसद सुखराम सिंह यादव, एमएलसी मधुकर जेटली, पूर्व मंत्री शादाब फातिमा, शारदा प्रताप सिंह व पूर्व विधायक राजेंद्र यादव मौजूद हैं। इसके साथ ही 50 के करीब पूर्व विधायक और एमएलसी पहुंचे हैं। वहीं मैदान में भारी भीड़ जुटी है।

Ruby