शिवपाल ने जिन्हें पार्टी से निकाला, उन्हीं के पक्ष में उतरे अखिलेश

punjabkesari.in Wednesday, Sep 28, 2016 - 06:59 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी से निकाले गए युवा नेताओं और विधान परिषद सदस्यों की पार्टी में वापसी की मांग की है। समाजवादी पार्टी के महासचिव राम गोपाल यादव ने भी इससे पहले एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में यही बात कही थी। लखनऊ में मंगलवार को एक कार्यक्रम में जब अखिलेश से राम गोपाल की मांग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा,‘‘ये युवा नेता हमारी ताकत हैं। उनकी हमसे काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने मेरे पक्ष में नारे लगाए लेकिन पार्टी के किसी अन्य नेता के खिलाफ नारेबाजी नहीं की। लिहाजा मैं अपनी पार्टी के अनुभवी नेतृत्व से इन नेताओं को पार्टी में बहाल करने की मांग करूंगा।’’ 

समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने इन नेताओं को ठहराया था दोषी
समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने इन युवा नेताओं को मुलायम और शिवपाल के खिलाफ नारेबाजी करने का दोषी ठहराया था। इन युवा नेताओं को समाजवादी पार्टी से बाहर निकाले जाने के बाद अखिलेश यादव ने पहली बार इस मुद्दे पर बात की है। ये युवा नेता अखिलेश के समर्थक माने जाते हैं। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने इन नेताओं को पिछले हफ्ते पार्टी से बाहर निकाल दिया था।

क्यों शुरू हुआ विवाद?
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह द्वारा अपने बेटे और अखिलेश यादव के बदले छोटे भाई शिवपाल यादव को पार्टी की यू.पी. इकाई का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद पार्टी में विवाद शुरू हो गया था। इसके बाद सी.एम. अखिलेश यादव ने शिवपाल से तमाम अहम मंत्रालय छीन लिए थे। शिवपाल ने अखिलेश पर पलटवार करते हुए पार्टी की युवा इकाई के 7 नेताओं को बर्खास्त कर दिया था। इनमें अखिलेश कंैप के 3 एम.एल.सी. भी शामिल थे। शिवपाल यादव ने पार्टी के उन सैंकड़ों पदाधिकारियों का भी इस्तीफा स्वीकार कर लिया था जिन्होंने युवा नेताओं के समर्थन में यह पहल की थी। शिवपाल यादव को पी.डब्ल्यू.डी. छोड़कर सभी मंत्रालय वापस किए जाने के बाद पार्टी में माहौल शांत हुआ।

राम गोपाल ने भी की थी वापसी की सिफारिश
राम गोपाल यादव ने कुछ दिन पूर्व एक समाचार पत्र को दिए एक इंटरव्यू में कहा था,‘‘युवा नेताओं ने अपने जीवन का एक दशक से भी ज्यादा पार्टी को दिया है। वे हमें वोट दिलाएंगे इसलिए उन्हें पार्टी में वापस ले लिया जाना चाहिए। मैं नेताजी से अपील करूंगा कि वे इन युवा नेताओं को पार्टी में वापस लें। नेताजी ने तो अपने दुश्मनों को भी माफ किया है।’’

मॉडर्न चेहरे के रूप में जाने जाते हैं अखिलेश-रामगोपाल 
अखिलेश और राम गोपाल को समाजवादी पार्टी का मॉडर्न चेहरा माना जाता है और दोनों एक ही कैंप में हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मुलायम और शिवपाल की इस मांग पर क्या प्रतिक्रिया होती है। पार्टी और परिवार में मचे घमासान के कारण मुलायम को अपनी आजमगढ़ की रैली टालनी पड़ी थी।