प्रसपा का सपा में विलय को लेकर बाेले शिवपालः जनता के फैसले का करेंगे पालन

punjabkesari.in Saturday, Oct 17, 2020 - 06:58 PM (IST)

इटावा: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि एक साल पहले वे सपा के मुखिया से एक साथ होने का प्रस्ताव रख चुके हैं लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। अब वे जनता की अदालत में जाएंगे। जनता का जो फैसला होगा उसका पालन करेंगे।

यादव ने शनिवार को यहां इटावा जिला सहकारी बैंक के नए मुख्यालय भवन का लोकार्पण करते हुए कहा कि वे सपा के मुखिया से एक साथ होने का प्रस्ताव रख चुके हैं लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। अब वे जनता की अदालत मे जाएंगे। उन्होंने कहा कि अब मैनुपरी, कन्नौज तथा इटावा की जनता जो फैसला करेगी उसका वे पालन करेंगे। वे हर पीड़ित के स्वाभिमान के लिए संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनका विजयरथ बनकर तैयार हो गया है जो क्रांति रथ के रूप मे राज्य के हर जिले में जाएगा। अब सपा में लौटने का सवाल ही नहीं है। अब तो संघर्ष के लिये तैयारी कर ली हैं। सरकार की अराजकता के खिलाफ संघर्ष के लिये वे निकलने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि आज देश का किसान, मजदूर, छात्र ,नौजवान, महिलायें और व्पापारी सभी परेशान हैं। अधिकारियों की अराजकता लूटखसोट के खिलाफ सड़क पर उतरकर संर्घष का समय आ गया है। इसलिये समाजवादी पार्टी के साथ जाने का प्रश्न ही नहीं है। सपा प्रत्याशी को वोट के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि अखिलेश यादव हमसे राज्यसभा के चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी के लिए वोट मांगेगे तो इस बारे में सोचेंगे।

यादव ने आरोप लगाया कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों ने सहकारिता आंदोलन को बहुत अधिक कमजोर किया है। इसकी कीमत आगे आने वाले समय में भाजपा को चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी, कोरोना तथा लॉकडाउन में देश का गरीब ही बुरी तरह से पिसा है। उनके लिये सरकार ने कोई योजना तैयार नहीं की है। उन्होंने कहा कि तीन नये कृषि कानून अमल में आने के बाद आज मंडियों में किसानों का धान 1868 रुपये कुंतल के बजाय सिर्फ एक हजार रुपये और इसके आसपास ही बिक रहा है। कोई देखने वाला नहीं है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में अफसर बेलगाम और बेईमानी तथा भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। ऐसे में अब सिर्फ और सिर्फ संघर्ष ही एकमात्र रास्ता रह गया है। इस पर चलने के लिये हमने अपना विजय रथ तैयार करा लिया है। जल्द ही वे इसे लेकर प्रदेश भर में समस्याग्रस्तों के हकों के लिये आबाज बुलंद करेंगे। अपने निर्वाचन क्षेत्र जसंवतनगर में एक निजी समारोह में शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि वे जल्द ही क्रांतिरथ के जरिये राज्य के हर जिले में जाकर उपेक्षित लोगों से मिलकर सडकों पर संघर्ष करेंगे तथा स्वाभिमान सम्मान के खिलाफ झुकेंगे नहीं ।

शिवपाल ने कहा कि जसवंतनगर की जनता ने उन्हें लगातार पांच वार विधायक तथा तीस वर्षो से सहकारी बैंक के अध्यक्ष के तौर पर काबिज करके रखा हुआ है यह मेरे लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि वे हमेशा किसानों का भला करते रहे वे जब लोक निर्माण विभाग के मंत्री थे। जिन लोगो की समस्याओं के निपटारे के लिए उन्हें प्रार्थना पत्र दिया उनकी सड़के तुंरत बनवा दी गई। प्रदेश में चैतीस सौ नये टयूवैल लगवाए। अपनी सरकार में किसानों को उनकी फसल के बदले समर्थन मूल्य भी ज्यादा दिलवाया।

यादव ने कहा कि भाजपा ने जो वादे किये थे उस पर वो खरे नहीं उतरे। डीजल, पेट्रोल तथा बिजली के बिलों पर लगातार पैसे बढ़ रहे है। सरकार अपनी गलत निर्णय कानून बनाकर निजीकरण कर रही है। उद्योगपतियों को बढावा दे रही है। उसे गरीबों व किसान की चिंता नहीं है। हर जगह भ्रष्टाचार है। विद्युत बिलों के बकायेदारी के नाम पर अधिकारियो द्वारा छापेमारी कर वसूली की जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में यदि उनकी सरकार बनी तो 65 वर्ष से अधिक उम्र के गरीबों, वकीलों, साहित्यकारों तथा पत्रकारों को भी पेंशन देंगे। उन्होंने कहा कि क्रांतिरथ लेकर पूरे प्रदेश मे निकलेंगे और गैर भाजपावाद की सरकार बनाने का काम करेंगे। 

Umakant yadav