योगी के भी ''सॉफ्ट कॉर्नर'' नहीं रहे शिवपाल यादव,  सुरक्षा में कटौती से की शुरूआत

punjabkesari.in Tuesday, Nov 29, 2022 - 10:14 PM (IST)

लखनऊः चुनावी सरगर्मियों के बीच सोमवार को मैनपुरी पहुंचे योगी आदित्यनाथ, शिवपाल यादव पर जिस कदर बिफरे उससे साफ हो गया कि अब वह उन्हें बख्शने के मूड में नहीं हैं। पिछले दिनों विधानसभा कार्यवाही के दौरान योगी ने एक चर्चा में जहां शिवपाल यादव का नाम आने पर 'चाचा' तक कहकर उनके प्रति सहानुभूति दिखायी थी वहीं, अब योगी के तीखे तेवरों से साफ है कि उनके दिल में शिवपाल के लिए - 'सॉफ्ट कॉर्नर' नहीं रह गया है।

उपचुनाव में अपने भतीजे अखिलेश के साथ खड़े होने पर चचा शिवपाल पर सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सीधा हमला करते हुए उन्हें पेन्डुलम और फुटबाल करार दिया। मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके बोले सपा सरकार में नौकरी निकलते ही चचा-भतीजे झोला लेकर वसूली के लिए निकल पड़ते थे। चाचा शिवपाल के प्रति इस कदर तीखी टिप्पणी कर मुख्यमंत्री ने जाहिर कर दिया कि शिवपाल के साथ भी सरकार वही राजनीतिक प्रतिद्वन्दिता का रूख रहेगा जो अखिलेश के साथ है। शिवपाल की सुरक्षा में कमी करके इसकी शुरूआत सरकार ने कर दी है। चाचा शिवपाल की भतीजे अखिलेश के बीच आरोप- प्रत्यारोप का सिलसिला तो सपा सरकार के आखिरी दिनों यानि 2016 में शुरू हो गया। 2017 में शिवपाल जसवंत नगर सपा के टिकट पर जीते तो जरूर पर समाजवादी पार्टी बुरी तरह हार गई। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद भतीजे से रार इस कदर बढ़ी कि चाचा शिवपाल ने 29 अगस्त 2018 को अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बना ली।

यूं शुरू हुई चाचा और भतीजे की रार-
राज्य सरकार ने शिवपाल को 4. माल एवन्यू का वह बड़ा बंगला भी आवंटित कर दिया, जिसमें बसपा प्रमुख मायावती पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से रहती थीं। पूर्व मुख्यमंत्रियों से बंगला खाली कराने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मायावती को यह बंगला खाली करना पड़ा था। सरकार ने उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा भी दे दी। 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवपाल ने अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतार दिया। इससे सपा-बसपा गठबंधन को बहुत नुकसान हुआ। सपा के केवल पांच सांसद ही चुनाव जीत पाए। इसी साल हुए राष्ट्रपति चुनाव में जब सपा ने विपक्षी दलों के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को समर्थन दिया तो शिवपाल ने पार्टी लाइन के विरुद्ध जाकर भाजपा की द्रौपदी मुर्म के पक्ष में वोट दिया। इस कारण से शुरू हुई थी चाचा भतीजे में रार ।


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Content Writer

Ajay kumar

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