शिवपाल यादव की मांग- कोरोना काल में गरीबों के लिए 1,000 रुपए की मदद नाकाफी

punjabkesari.in Sunday, May 16, 2021 - 06:37 PM (IST)

लखनऊः प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्‍यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने योगी सरकार पर हमला किया है। शिवपाल यादव ने कहा है कि कोविड आपदा को ध्यान में रखकर रेहड़ी-पटरी, खोखा-खोमचा लगाने वाले और दिहाड़ी मजदूरों के लिए घोषित एक माह के लिए 1,000 रुपए का भत्ता नाकाफी है। उन्होंने इसे बढ़ाकर प्रति माह 3,000 रुपये किए जाने कीमांग योगी सरकार से की है। उन्होंने इस वैश्विक आपदा से प्रभावितों के लिए एक समावेशी और लोककल्याणकारी आर्थिक पैकेज की भी मांग की है।

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से उपजी विपरीत परिस्थितियों में रोजाना कमाई कर परिवार का भरण पोषण करने वाले रेहड़ी-पटरी, ठेला, खोमचा, खोखा लगाने वाले पटरी दुकानदारों, दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा/ई-रिक्शा चालक, पल्लेदार सहित नाविकों, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि जैसे परम्परागत कामगारों के सामने भी रोजी-रोटी का भयानक संकट आ खड़ा हुआ है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक माह के लिए प्रदान किया जाने वाला 1,000 रुपए का भरण-पोषण भत्ता अत्याधिक कम है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि इसे न्यूनतम तीन माह के लिए प्रति माह 3,000 किया जाए।

शिवपाल ने कहा कि निर्मम कोरोना काल में घर वापस लौटने वाले लाखों प्रवासी मजदूर, सब्जी, फल व दुग्ध उत्पादक, मुर्गीपालक, मत्स्य पालक व लघु पशुपालक और अन्नदाता भी भयानक आर्थिक चुनौतियों से लड़ रहे हैं। आपदा से छोटे और मध्यम व्यवसायी बुरी तरह से प्रभावित हैं। 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj