विदेशी AK-47 के साथ शूटर गिरफ्तार, कुख्यात बदमाश हत्याकांड में गया था जेल

punjabkesari.in Tuesday, Apr 05, 2022 - 03:55 PM (IST)

शामली: गोरखपुर में आतंकी हमले की साजिश के बाद प्रदेश में पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस सुरक्षा को लेकर लगातार सर्च अभियान चला रही है। इसी क्रम में शामली पुलिस को उस समय बड़ी सफलता मिली जब चेकिंग कर कर रही थी। थानाभवन पुलिस ने विदेशी AK-47 के साथ अनिल उर्फ पिंटू नाम के बदमाश को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया बदमाश जनपद मुजफ्फरनगर के थाना भोरा कला क्षेत्र के गांव हड़ोली माजरा का रहने वाला है। वही अनिल उर्फ पिंटू के कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र किरठल व संजीव जीवा आदि से संबंध है। वही पकड़ा गया बदमाश मुजफ्फरनगर के कुख्यात बदमाश विक्की त्यागी हत्याकांड में भी जेल जा चुका है।  पुलिस ने एके-47 के साथ पकड़े गए बदमाश से 1300 बुलेट कारतूस, चार आदत मैगजीन, एक मैगजीन ड्रम, एक गाड़ी xuv300 व एक मोबाइल सहित भारी मात्रा में असलाह बरामद किया हैं। वही पकड़े गए बदमाश अनिल उर्फ पिंटू के मेरठ की सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के डीन राजवीर सिंह पर हुए हमले में भी तार जुड़े हुए हैं। वही पुलिस ने पकड़े गए बदमाश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।



पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी अनिल उर्फ पिंटू थाना भोरा कला के गांव माजरा का रहने वाला है। वही पिंटू के गांव के पास ही सिसौली गांव पड़ता है। जिसमें अनिल बंजी रहता है। अनिल बांजी वह बदमाश है जिसने मेरठ यूनिवर्सिटी के डीन राजवीर सिंह के ऊपर जानलेवा हमला किया है। फिलहाल वह मेरठ जेल में बंद है। वही पूरी कहानी में अनिल उर्फ पिंटू भी शामिल है। वर्ष 2009 में अनिल बांजी एयरपोर्ट से रिटायरमेंट होकर वापस लौटा था। जिसके बाद अनिल बांजी व पिंटू की दोस्ती हो गई थी। दोनों दोस्त इकट्ठा होकर क्षेत्र में दहशत फैलाने का काम करते थे। जिसके चलते क्षेत्र में दोनों की काफी रंजिश बढ़ गई थी। उसी दौरान कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र किरठल के एक साथी नीरज (बामडोली) जनपद बागपत की हत्या कर दी गयी थी। जिसकी हत्या का शक धर्मेंद्र किरठल को अनिल उर्फ पिंटू और अनिल बांजी पर हो गया था। तभी इन दोनों ने मिलकर संजीव जीवा कुख्यात अपराधी से बड़े पैमाने पर हथियार खरीदे थे। संजीव जीवा ने अपने गुर्गो द्वारा इन दोनों को हथियार बरामद कर आए थे। वहीं विदेशी एके-47 और असलाह लगभग 11 लाख रुपये में खरीदा गया था।



बताया जा रहा है कि यह असलहा पहले अनिल बांजी के पास ही था जिससे अनिल बांजी अपनी करीबी दोस्त आरती के लिए सुपारी लेकर कृषि विश्वविद्यालय मोदीपुरम मेरठ के डीन राजवीर की हत्या करने वाला था। जिसके चलते एके-47 से ही यूनिवर्सिटी के डीन पर हमला करने की योजना बनाई गई थी। लेकिन बाद में यह योजना बदल ली गई। जिसके बाद  डीन पर अन्य हथियारों से हमला किया गया था। वही अनिल बांजी ने अपने कई साथियों के साथ मिलकर डीन पर जानलेवा हमला किया था जिसमें डीन की जान बच गई थी। वहीं इस पूरे मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद अनिल बांजी अभी भी जेल में है।

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Ramkesh