खूंखार कैदियों के हाथों में फावड़ा, कारागार में उगा रहें सब्ज़ियां

punjabkesari.in Saturday, Apr 30, 2022 - 06:47 PM (IST)

हरदोई: देश व प्रदेश की सरकार जैविक खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए तमाम योजनाएं चला रही हैं वहीं हरदोई जिला कारागार भी पीछे नहीं है।यहाँ जैविक खेती कर सब्ज़ीयों की फसल का अच्छा उत्पादन किया जा रहा है लगभग 16 किलो का कद्दू उगाकर हरदोई जिला कारागार सुर्खियों में बनी हुई है।

हरदोई जिला कारागार में बंदियों को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाये जाने के तहत जेल परिसर के अंदर स्थित कृषि फार्म में हरी सब्जियों की खेती की जा रही है। यहीं नहीं उन्हें खाने में उन्हीं के द्वारा उगाई गयी सब्ज़ियां दी जा रही हैं।इस साल बंदियों की मेहनत से आलू अधिक मात्रा में पैदा हुआ था जिसको इस्तेमाल करने के अलावा कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित रखवा दिया गया।दरसल कारागार में बन्द कैदियों का स्वास्थ्य अच्छा रहे उन्हें ताज़ी हरी सब्जियां मिल सकें,इसके लिए जिला जेल परिसर में बन्द कृषि फार्म में ही ऑर्गेनिक खेती कराई जा रही है।जेल आने से पहले खेतीबाड़ी करने वाले बंदियों को खेती करने की ज़िम्मेदारी दी गयी है।

जिला कारागार में लगभग 3 एकड़ में कृषि फार्म है जिसमें ढाई एकड़ में बाहर व आधे एकड़ में अंदर कृषि होती है यहाँ ढाई एकड़ में इस समय भिंडी तोरई लौकी पालक अरबी बैगन कद्दू का उत्पादन हो रहा है,जबकिं पिछले वर्ष ढाई एकड़ में आलू की फसल की गयी थी।पिछले वर्ष 450 कुंतल आलू का उत्पादन हुआ था जो कि कैदियों को खाने के साथ साथ कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित रखवा दिया गया है।

जेलर संजय सिंह ने बताया कि हरी सब्जियों के हिसाब से खेत को टुकड़ों में बांटा गया है।कैदियों को बाहर से प्रशिक्षण दिलवाया गया है जिसके बाद कैदियों की इच्छा के अनुसार कैदियों द्वारा हरी सब्जियां उगाई जा रही हैं जिसमें कोई केमिकल और किसी फर्टिलाइजर का उपयोग नहीं किया जाता है।जेल के कृषि फार्म से ही कैदियों द्वारा उगाई सब्ज़ियां कैदियों को उपलब्ध कराई जा रही हैं बाहर से सब्ज़ियां नहीं लाई जा रही हैं जेलर ने बताया कि कृषि फार्म में कार्य करने के एवज में सरकार द्वारा कुशल कैदियों को 40 रुपये अर्धकुशल 35 व अकुशल को 25 रुपये प्रतिदिन दिए जाते हैं साथ ही उन्हें खाने के लिए गुड़ भी दिया जाता है।


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Imran

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