ताजनगरी में भी दिखा ‘ब्ल्यू व्हेल’ का कहर, टास्क पूरा करने घर से भागकर 700KM दूर पहुंची छात्राएं

punjabkesari.in Friday, Sep 15, 2017 - 12:20 PM (IST)

आगरा: खतरनाक ऑनलाइन गेम ‘ब्ल्यू व्हेल’ के टास्क को पूरा करने के लिए टीन एजर्स कुछ भी करने को तैयार हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला आगरा में सामने आया जहां दो 9वीं की छात्राएं घर से भागकर 700 कि.मी. दूर मध्य प्रदेश के होशंगाबाद पहुंच गईं हालांकि होशंगाबाद स्टेशन पर शक होने पर जी.आर.पी. पुलिस ने दोनों से पूछताछ की, तो सच सामने आ गया। सूचना पर उनके पेरैंट्स भी आगरा से हौशंगाबाद पहुंच गए।

जानकारी के मुताबिक आगरा की 2 लड़कियां होशंगाबाद रेलवे स्टेशन पर संदेहास्पद नजर आईं तो रेलवे पुलिस ने उनसे पूछताछ की जिस पर पता चला कि दोनों एक स्कूल में 9वीं की छात्राएं हैं। वे ब्ल्यू व्हेल गेम का दूसरा टास्क पूरा करने के लिए घर से भागकर यहां तक पहुंच गईं। उन्होंने यह भी बताया कि उनके स्कूल की कई लड़कियां इस गेम के टास्क पूरा करने में लगी हुई हैं। उन्हें इस गेम के बारे में स्कूल में ही खेलने वाली दूसरी लड़कियों से पता चला था। जी.आर.पी. होशंगाबाद के प्रभारी एस.एन. मिश्र ने बताया कि उनकी गश्ती टीम ने रात में स्टेशन पर घूमते हुए इन लड़कियों को देखा तो शक हुआ। उन्हें चौकी लाकर पूछताछ की गई तो उनके बारे में पता चला, तुरंत इसकी सूचना एस.पी. जी.आर.पी. को दी गई तो उन्होंने बाल संरक्षण अधिकारी को सूचना दी गई।

होशंगाबाद की बाल कल्याण समिति के सदस्य अनिल झा और अफ रोज खान ने बताया कि दोनों लड़कियों से जब काऊंसलर्स ने बात की तो दोनों ने चौंकाने वाले तथ्यों का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वे दोनों अपने परिवार के साथ रहती हैं और साइकिल से स्कूल जाती हैं। दोनों के साथ पढ़ने वाली और हास्टल में रहने वाली लड़कियां इस खेल को खेलती हैं। उनके साथ ही उन्होंने यह खेल सिखा था। धीरे-धीरे मजा आने लगा। दोनों ने बताया कि लैपटॉप और मैप के जरिए वे बार-बार अपनी लोकेशन व टास्क का समय अपडेट कर रही थीं।

उन्होंने बताया कि दूसरा टास्क पूरा करते ही उन्होंने होशंगाबाद स्टेशन के वेटिंग रूम से अपने अन्य दोस्तों को एक सेल्फी भी भेजी थी। मैप देखने के बाद वे अगले दिन वापस आगरा लौटने वाली थीं, लेकिन रात हो जाने के कारण वे कुछ डर गई थीं और वहीं होशंगाबाद स्टेशन पर ही रुक गईं। वे स्टेशन पर घूम रही थीं कि जी.आर.पी. वालों को शक हुआ और वे उन्हें पुलिस चौकी ले आए। यहां उनसे पूछताछ के बाद डी.डी.आर. दर्ज कर उन्हें चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया, वे काफी डरी हुई थीं, तो उनकी घर पर बात करवाई गई। बरहाल लड़कियों को लेने परिजन रवाना हो गए हैं।