दिखा तीन तलाक कानून का खौफ, 1 साल बाद बीवी को ससुराल से लाया घर

punjabkesari.in Saturday, Jan 06, 2018 - 01:17 PM (IST)

गोंडाः तीन तलाक बिल पर राज्यसभा से लेकर सड़क तक अभी चाहें जितनी अड़चने आ रही हो, लेकिन इस तीन तलाक पर बने कानून का डर लोगों को अभी से ही सताने लगा है। जिसका ऐसा ही कुछ नज़ारा यूपी के गोंडा में देखने को मिला। जहां तीन तलाक के बाद मायके में रह रही महिला को न्याय मिला। बता दें कि एक साल पहले घरेलू कलह और विवाद के बाद पत्नी शबनम को उसके शौहर ने तीन तलाक बोल दिया था। जिसके बाद मामला थाने पहुंचा तो और तीन तलाक के कानून के डर से दोनों में समझौता हो गया। जिसके बाद पति पत्नी को साथ ले जाने के लिए राजी हो गया।


जानिए पूरा मामला 
जानकारी के अनुसार मामला जिले के वजीरगंज थानाक्षेत्र के दुर्जनपुर पचूमी गांव का है। जहां फौजदार खान ने अपनी पुत्री शबनम की शादी 5 वर्ष पूर्व बस्ती जनपद के हरैया थानाक्षेत्र के बेलारे शुक्ल गांव के खुर्शीद आलम के साथ की थी। शबनम को 2 बेटे हुए। जिसमें से 4 वर्षीय आसिफ अपने पिता के पास और 2 वर्षीय रियाज अपनी मां के पास रह रहा था। पत्नी मायके में ही इस उम्मीद से रह रही थी कि एक दिन पति का गुस्सा शांत होगा और वह उसे अपने साथ ले जाएगा।


पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार 
वहीं महिला के मुताबिक़ पिछले हफ्ते पति 2 अन्य लोगों के साथ आया, लेकिन ले जाने के लिए नही बल्कि वहां आकर तलाक बोलने के लिए। तलाक सुनकर पत्नी के पैरों तले जमीन खिसक गई। जिसके बाद पीड़िता ने अपनी विधवा मां सहरुन निशा के साथ थाने में आकर न्याय की गुहार लगाई। 

तीन तलाक कानून के डर से हुआ ये फैसला 
पुलिस ने ससुराल में छापेमारी की और पति को अपने साथ थाने ले आई। वहीं दोनों पक्षों के लोगों ने समझौते की कवायद शुरू की। उसके बाद पति पत्नी साथ रहने को राजी हो गए। वहीं इस पूरे मामले में एसपी ने बताया कि दोनों पक्षों का समझौता हो गया है। अब पति - पत्नी राजी खुशी साथ रहेंगे। इस तरह कवायद लगाया जा सकता है सांसद में भले ही तीन तलाक बिल पर अभी विपक्ष और सड़क पर मुस्लिम समाज के मौलाना-मौलवी पूरी कोशिश में है कि ये कानून न बन पाए लेकिन कानून के फायदे अभी से नजर आने लगे हैं।