श्रावस्तीः गौशाला में भूख से तड़पकर 8 गायों की मौत, तस्वीरें देख दहल जाएगा दिल

punjabkesari.in Wednesday, Jul 17, 2019 - 05:48 PM (IST)

श्रावस्तीः सरकार भले ही प्रदेश भर के विभागों में व्यवस्था सुधार के लाख वादे कर ले, परंतु वह वादे पूरी तरह खोखले साबित हो रहे हैं। ताजा मामला श्रावस्ती जनपद के इकौना विकास खंड के अंतर्गत अकबरपुर गांव के गौशाला की है। जहां पर सरकार के मंशा के अनुरूप गौशाला निर्माण तो कराया गया, लेकिन इन गौ शालाओं की तस्वीर देखकर आप को दांतों तले उंगलियां दबाना पड़ेगा।

जानिए क्या है मामला?
इकौना विकास खण्ड के अकबरपुर गौशाला में एक नजर इन पशुओं पर डालें जिन्हें सरकार के मंशा के मुताबिक संरक्षित किया गया है। बता दें कि इन जानवरों को खाने के लिए प्रति जानवर दिन मे 6 किलोग्राम भूसा दिया जाना तय किया गया, जबकि इन जानवरों के बच्चों को भी 25 फीसदी की अनुपात में ही रखा गया है। इस गौशाला में लगभग सौकड़ों गायों को संरक्षित किया गया, लेकिन इन जानवरों को न तो सही अनुपात में खाने को दिया जा रहा है और न ही पीने के लिए पानी की व्यवस्था है। तथा खुली चिलचिलाती धूप हो या बारिश का पानी में रहने को मजबूर हैं।

देखरेख के अभाव के कारण आए दिन हो रही बेजुबान गायों की मौत
बताया जाता है कि आज दर्जनों गायों की मौत हो चुकी है। जो गौशाला परिसर में पड़ी हैं, और कुछ इधर-उधर पड़ी है, जिनका कोई पुरसाहाल नहीं है। ग्रामीणों द्वारा लगातार शिकायतों के बाद भी जिले के आला अधिकारी जान कर भी अंजान बने हुए हैं।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में होगी मौत के कारणों की पुष्टि
पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि सिर्फ 8 गायों की मौत हुई है, जिनका पोस्टमार्टम किया जाएगा, जिससे मौत के कारणों की पुष्टि हो पाएगी।

विधायक ने 51 हजार रुपये गौशाला को देने का किया वादा
गांवों की मौत की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे विधायक राम फेरन पांडेय, उपजिलाधिकारी इकौना राजेश मिश्र, खण्ड विकास अधिकारी राघवेंद्र तिवारी इकौना ने मौके का निरीक्षण किया है। इस कदर गायों की मौतों को देखकर विधायक द्रवित हो गए और उन्होंने अपने जेब से 51 हजार रुपये गौशाला को देने का वादा किया, साथ ही गौशाला के पशुओं के लिए दवा में लगने वाला खर्च भी उठाने का बीड़ा उठाया है।

सीएम के सख्त निर्देशों के बाद भी अधिकारी लापरवाह
बड़ा सवाल उठ रहा कि सीएम योगी के सख्त निर्देशों के बाद भी अधिकारियों की आंखे नहीं खुलती है, बताया जा रहा है कि इकौना खण्ड विकास अधिकारी राघवेंद्र तिवारी को जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन खण्ड विकास अधिकारी कैसे इतने लापरवाह हो सकते हैं। ग्रामीणों ने भी बताया कि खण्ड विकास अधिकारी जल्दी गौशाला का निरीक्षण करने नहीं आते हैं।
 

Tamanna Bhardwaj